झारखंड पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा की घोषणा
Ranchi– झारखंड पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री लालचंद महतो ने 24 मार्च को आहूत झारखंड बंद को वापस लेने की घोषणा की है.
झारखंड बन्द की वापसी घोषणा करते हुए लालचंद महतो ने इसका कारण होली का त्योहार बताया है.
यद्धपि मोर्चा की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात कर पिछड़ों की मांग को सामने रखेगा.
हेमंत सरकार को पिछड़ा विरोधी सरकार बताते हुए लालचंद महतो ने कहा है
कि झारखंड में पिछड़ों की आबादी 56 फीसद है,
लेकिन सत्ता संचालन में इसकी पर्याप्त भागीदारी नहीं है,
यह समाज आज भी उपेक्षा का शिकार है.
राज्य की नौकरियों में इसकी पर्याप्त भागीदारी नहीं है.
जनसंख्या के हिसाब से पिछड़ों को भागीदारी देने की जरुरत है.
बता दें कि इसके पहले भी पिछड़ी जातियों को आरक्षण को मुद्दा बनाते हुए लालचंद महतो न भाजपा छोड़ दिया था,
तब लालचंद महतो ने भाजपा पर दलित पिछड़ा विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा थी कि
पांच वर्ष साथ रहने के बाद भी भाजपा ने पिछड़ों के आरक्षण के लिए कुछ नहीं किया .
तत्काल लालचंद महतो जदयू के साथ है,
लालचंद महतो की यह कोशिश झारखंड में पिछड़ों को अपने साथ खड़ा करने की है.
खास कर तब जब जेएमएम ने पिछड़ों के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाने की बात अपने चुनावी घोषणा पत्र की थी.
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