Tejashwi
पटना: बिहार में शराबबंदी वर्ष 2016 में नीतीश सरकार ने लागू किया था। शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब का कारोबार धरल्ले से चल रहा है। शराब कारोबार के साथ ही अक्सर ये खबरें आती है कि जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो गई है। शराबबंदी के बावजूद राज्य में शराब की तस्करी और जहरीली शराब से हो रहे मौत के मामले में विपक्ष खास कर राजद लगातार राज्य सरकार पर हमले करती है और शराब कारोबारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाती है। अब एक बार फिर इन आरोपों पर पलटवार करते हुए जदयू ने राजद नेता तेजस्वी यादव को बड़ी चुनौती दी है।
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी पर शराब कंपनियों और अवैध शराब कारोबारियों से सांठ गांठ का आरोप लगाया। उन्होंने एक बार फिर कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान राजद ने शराब कारोबारियों से इलेक्टोरल बांड के तौर पर 43 करोड़ रूपये लिए। राजद के लोग बताएं कि उन्होंने शराब कंपनियों से रूपये क्यों लिए। उन्होंने जब रूपये लिए हैं तो उन्हें शराबबंदी तो विफल दिखेगी ही।
तेजस्वी यादव जवाब दें कि उन्होंने आखिर शराबबंदी के बावजूद शराब कंपनियों से पैसे क्यों लिए। अगर हिम्मत है तो वे कह दें कि उन्होंने शराब कंपनियों इस पैसे नहीं लिए। मैं यह बात सबूत के साथ दावे से कह रहा हूं अगर हिम्मत है तो वे मुझे एक बार फिर से लीगल नोटिस भेजें। इसके साथी ही पिछली बार के लीगल नोटिस पर बात करते हुए नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव ने मुझे लीगल नोटिस भेजा और जवाब में मैंने जो सवाल किया है तेजस्वी में हिम्मत है तो मुझे उन सवालों के जवाब दें।
अगर वे मेरे सवालों के जवाब नहीं देते हैं तो मैं उन्हें राजनीतिक कायर कहूंगा। नीरज कुमार ने हमलावर तरीके से कहा कि तेजस्वी यादव बताएं कि उन्होंने शराब कंपनियों से आखिर पैसे क्यों लिए। अगर उन्हें मुझे लीगल नोटिस भेजना है तो फिर से भेजें लेकिन जो सही आरोप है मैं लगाऊंगा। और यह आरोप नहीं बल्कि सच्चाई है कि उन्होंने शराब कंपनियों से डील किया था और इसी वजह से आज बिहार में शराबबंदी विफल लगता है। उन्हें बताना पड़ेगा कि शराबबंदी सच में विफल है या फिर उन्होंने साजिश के तहत पैसे लेकर शराबबंदी को विफल दिखाना है।
यह भी पढ़ें- NMCH में आंख गायब होने के मामले में जिला प्रशासन सख्त, डीएम ने कहा…
पटना से महीप राज की रिपोर्ट
Tejashwi Tejashwi Tejashwi Tejashwi Tejashwi
Tejashwi