लखनऊ : यूपी में CM Yogi की सरकार ने चूहों की बलि देने वाले प्रशिक्षु IPS को फील्ड से हटाया। यूपी में CM Yogi आदित्यनाथ की सरकार ने अंधविश्वास और चमत्कार के नाम पर दिमागी तौर पर अचानक सनकने के आरोपी प्रशिक्षु IPS को फील्ड से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
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बताया जा रहा है कि इस प्रशिक्षु IPS का नाम रोहन झा है और प्रशिक्षण के क्रम में ही यूपी के मुरादाबाद में पोस्टिंग मिली थी। खबर फैली कि यह प्रशिक्षु IPS चूहों की बलि देकर उसे फिर से जीवित करने का चमत्कार करने में जुटे हैं।
इस बारे में मीडिया से मिली शिकायतों पर CM Yogi की सरकार ने गंभीर संज्ञान लिया। पूरे मामले की अपने स्तर उच्चाधिकारिक जांच करा्ई। जांच रिपोर्ट मिलते ही Yogi सरकार ने प्रशिक्षु IPS रोहन झा को मुरादाबाद में हुई फील्ड तैनाती से तुरंत प्रभाव से हटा दिया है।
इस संबंध में DGP प्रशांत कुमार की ओर से जारी आदेश के क्रम में प्रशिक्षु IPS रोहन झा को तुरंत मुरादाबाद से हटाते हुए पुलिस मुख्यालय लंखनऊ से संबद्ध कर दिया गया है।
बरेली के SSP ने की गोपनीय जांच…
मुख्तार अंसारी सरीखे माफियाओं से बेधड़क पंगा लेने के चलते सुर्खियों में रहे बरेली के मौजूदा SSP IPS अनुराग आर्य को CM Yogi की सरकार ने इस संवेदनशील मामले की गोपनीय जांच सौंपी थी। उसी क्रम में DGP प्रशांत कुमार की ओर से जारी निर्देशों के क्रम में IPS अनुराग आर्य को पूरे मामले की तथ्यपरक जांच का जिम्मा मिला था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जांच के क्रम में सामने आया कि प्रशिक्षु IPS रोहन झा मुरादाबाद में हुई फील्ड की तैनाती के क्रम में आम तौर पर सही रहा करते थे लेकिन कभी-कभी उनका व्यवहार चकित करने वाला हुआ करता था।

उसके इलेक्ट्रानिक साक्ष्य भी जांच के क्रम में जुटाए गए। बताया जा रहा है कि बीते 26 जनवरी के आसपास मुरादाबाद में तैनात प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी रोहन झा खासे चर्चा में रहे थे।
तब उनकी अजीबोगरीब हरकतों ने साथियों व अधीनस्थों को सकते में डाल दिया था। तब वह खुद को भगवान कल्कि का अवतार बताने लगे थे। उसी क्रम में वह कभी परेड ग्राउंड में गाड़ी दौड़ाते थे तो कभी चूहे की गर्दन काटकर उसे जीवित करने का दावा करते थे।

प्रशिक्षु IPS के व्यवहार पर उच्चाधिकारी भी सन्न…
जांच में सामने आए प्रशिक्षु IPS रोहन झा के सनकपने वाले व्यवहार के साक्ष्य समेत तथ्यों को देखने के बाद यूपी पुलिस के उच्चाधिकारी भी सन्न रह गए। प्रदेश सरकार में CM Yogi के विश्वस्त माने जाने वाले कई उच्चाधिकारी भी प्रशिक्षु IPS रोहन झा के इस उटपटांग हरकत पर दंग हैं।
बताया जा रहा है कि आम दिनों में सामान्य रहने वाले रोहन झा के वरिष्ठ व कनिष्ठ अधिकारी उनके अचानक बदलने वाले स्वभाव से हैरत में थे। प्राप्त ब्योरे के मुताबिक, DGP प्रशांत कुमार की ओर से मिली जांच की जिम्मेदारी के क्रम में बरेली के SSP अनुराग आर्य ने निजी तौर पर मुरादाबाद का फील्ड विजिट किया।
विभिन्न बिंदुओं पर जांच की और संबंधित लोगों के बयान दर्ज किए। CCTV फुटेज भी देखे गए जिनमें रोहन झा इस तरह की हरकतें करते नजर आ रहे हैं। इसके बाद SSP अनुराग आर्य ने अपनी जांच रिपोर्ट ADG रमित शर्मा की संस्तुति के बाद DGP को भिजवा दी।
उसके बाद इस अंतरिम जांच में आरोपों की पुष्टि होने की बात सामने आई तो फिर DGP ने प्रशिक्षु IPS रोहन झा को मुख्यालय से संबद्ध कर दिया।

मूल रूप से बिहार के निवासी हैं चर्चा में आए प्रशिक्षु IPS रोहन झा…
बताया जा रहा है कि पूरे मामले में चर्चा के केंद्र में आए प्रशिक्षु IPS रोहन झा इन दिनों अवकाश पर चल रहे हैं। उनके खिलाफ विभागीय स्तर पर हुई गोपनीय जांच में उनका बयान अभी दर्ज होना बाकी है।
प्रशिक्षु IPS रोहन झा का बयान दर्ज कर इस जांच अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। फिलहाल बरेली के SSP अनुराग आर्य ने अंतरिम जांच रिपोर्ट ही उच्चाधिकारियों को भेजी है जिस पर यह कार्रवाई हुई है।
बताया जा रहा है कि प्रशिक्षु IPS रोहन झा की यूपी के मुरादाबाद में बीते 2 सितंबर 2024 को फील्ड में तैनाती हुई थी। पिछले दिनों उन्हें वरिष्ठ वेतनमान में प्रोन्नत किया गया। DIG मुरादाबाद मुनिराज गोबू ने 10 जनवरी को प्रशिक्षु IPS रोहन झा व उनके बैच के तीन अधिकारियों के कंधे पर रैंक प्रतीक लगाया था।
मिले ब्योरे के मुताबिक, रोहन झा 2021 बैच के IPS अधिकारी हैं। वह मूल रूप से बिहार के निवासी हैं पर उनका घर फिलहाल दिल्ली में है। उनके पिता व परिवार के कई लोग IAS अधिकारी रहे हैं जो बिहार सरकार में उच्च पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
अपने परिवार में रोहन झा पहले IPS हैं। उनका जन्म 20 अप्रैल 1992 को हुआ था। उन्होंने गणित से BSc तक की पढ़ाई की। इसके बाद ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में MBA किया।