हरी सब्जियों की बढ़ी कीमत ने बिगाड़ा बजट, उपभोक्ता परेशान

हरी सब्जियों की बढ़ी कीमत ने बिगाड़ा बजट, उपभोक्ता परेशान

रांची: पिछले साल की तरह इस साल भी अब तक हरी सब्जियों के भाव नहीं गिरे हैं. जिससे उपभोक्ता परेशान हैं. अमूमन इस समय तक हरी सब्जियों की कीमत न्यूनतम स्तर पर रहती थी.

पिछले साल इस वक्त मटर छीमी, फूल गोभी सहित अन्य सब्जियों के दामों में काफी गिरावट थी. वर्ष 2022 के अंत व जनवरी में मटर छीमी 20 रुपये किलो तक पहुंच गयी थी. वहीं फूल गोभी बड़ा साइज 10 रुपये पीस व पत्ता गोभी भी इसी दर के आसपास बिक रही थी. ब्रोकली 15 से 20 रुपये पीस की दर से बिक रहा था.

वहीं सेम सहित अन्य सब्जियों के भावों में भी गिरावट थी. ये सब्जियां 20 से 25 रुपये किलो की दर से बिक रही थी. दूसरी और इस बार 40 से 60 रुपये किलो की दर से बिक रही है.

टमाटर सहित अन्य सब्जियों के भाव में भी तेजी है. पिछले साल इस समय तक टमाटर 10 से 15 रुपये किलो की दर से बिक रहा था, जबकि इस बार वर्तमान में 20 से 25 रुपये किलो की दर से बिक रहा है. इसी तरह मूली सहित अन्य सब्जियों के भावों में तेजी है. वहीं हाल पालक सहित अन्य सागों का भी रहा.

इस साल साग भी वर्तमान में 25 से 30 रुपये किलो की दर से बिक रही है, जबकि पिछले साल 10 रुपये किलो तक साग की कीमत पहुंच गयी थी. बाहर में सब्जियों की मांग अधिक किसान लतीफ अंसारी ने बताया कि इस बार बाहर में सब्जियों की मांग अधिक रहने से पिछले साल की तरह कीमत में गिरावट नहीं आयी है.

क्योंकि पिठौरिया सहित अन्य मंडियों में रांची के अलावा दूसरे जिलों व राज्यों के व्यापारी माल की खरीदारी के लिए यहां आ रहे हैं. जिस कारण से कीमत में गिरावट का रुख नहीं है. वहीं किसान नकुल महतो ने कहा कि सस्ती सब्जियों के लिए एक माह का इंतजार करना पड़ेगा, उसके बाद से कीमतों में काफी गिरावट आ जायेगी.

इस बार बारिश के कारण सब्जियों की फसल को नुकसान पहुंचा था, जिस कारण से अब तक सब्जियों के भावों में गिरावट नहीं आयी है.

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