रांची: लोकसभा चुनाव के बीच झारखंड में इंडिया गठबंधन के बागी 6 सीटों पर इंडिया गठबंधन की राहे मुश्किल करने में लग गए हैं.
इंडिया और एनडीए गठबंधन के द्वारा सभी सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा के बाद बागियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. लोहरदगा से चमरा लिंडा सुखदेव भगत के राहे मुश्किल कर रहे हैं तो राजमहल से लोबिन हेंब्रम ने विजय हांसदा के सामने कड़ी चुनौती पेश कर दी है.
शिबू सोरेन की बड़ी बहु सीता सोरेन ने भी बीजेपी का दामन थामते हुए नलिन सोरेन के सामने दुमका में कड़ी चुनौती पेश कर दी है. चतरा लोकसभा सीट भी विवादित है.
गिरिनाथ सिंह अब भी चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं जबकि इस सीट से कांग्रेस ने के एन त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया है. वहीं कोडरमा से इंडिया गठबंधन ने माले विधायक विनोद सिंह को प्रत्याशी बनाया है. इस सीट से भी जेएमएम के पूर्व विधायक जय प्रकाश वर्मा ने भई चुनाव लड़ने की घोषणा र दी है.
वर्मा एक मई को निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में नामांकन दाखिल कर सकते हैं. रांची लोकसभा सीट से भी चौकाने वाली जानकारी जल्द ही सामने आ सकती है.
जहां पर कुछ दिनों पहले कांग्रेस का दामन थामने वाले रामटहल चौधरी भी निर्दलीय रुप से रांची लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. लगातार हो रहे विरोध और बागी तेवर के बीच इंडिया गठबंधन का झारखंड में लोकसभा चुनाव में किस प्रकार का प्रदर्शन होगा यह अभी कहना संभव नहीं है.
हेमंत सोरेन के होटवार जाने के बाद से जेएमएम के अंदर बागियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कल्पना सोरेन के माध्यम से हेमंत सोरेन ने जरुर इन बागियों पर लगाम साधने की कोशिश की है लेकिन इसमें अभी तक वो सफल नहीं हो पाए हैं.