Desk. भारत और चीन के बीच हालिया राजनयिक प्रयासों के चलते द्विपक्षीय संबंधों में तेजी से सुधार देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए पांच साल के लंबे अंतराल के बाद चीनी नागरिकों को पर्यटक वीजा जारी करने की घोषणा की है। यह प्रक्रिया 24 जुलाई गुरुवार से शुरू होगी।
गलवान झड़प के बाद भारत-चीन में तनाव
गौरतलब है कि जून 2020 में गलवान घाटी में हुई सैन्य झड़प के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आ गया था। उसके बाद से पर्यटक वीजा सेवा निलंबित थी। लेकिन अब दोनों देशों के बीच संवाद और राजनयिक प्रयास रंग ला रहे हैं, जिससे संबंधों में जमी बर्फ तेजी से पिघल रही है।
भारतीय दूतावास ने साझा की वीजा प्रक्रिया
बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि 24 जुलाई से चीनी नागरिक भारत के लिए ऑनलाइन पर्यटक वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए पहले वेबसाइट पर वीजा आवेदन पत्र ऑनलाइन भरना होगा। आवेदन पत्र का प्रिंट आउट लेकर अपॉइंटमेंट लेना होगा। अपॉइंटमेंट के बाद पासपोर्ट व अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन भारतीय वीजा आवेदन केंद्र में जमा करना होगा।
बीजिंग, शंघाई और ग्वांगझू में सुविधा
चीनी नागरिक वीजा प्रक्रिया के लिए बीजिंग, शंघाई और ग्वांगझू में स्थित भारतीय वीजा केंद्रों से संपर्क कर सकते हैं। चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने भी इसकी पुष्टि की है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी साझा की है। वहीं इस साल की शुरुआत में भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने, वीजा प्रक्रिया बहाल करने और भारतीय तीर्थयात्रियों को कैलाश मानसरोवर यात्रा की अनुमति देने पर सैद्धांतिक सहमति बनी थी।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी की यात्रा के बाद घोषणा
यह फैसला विदेश सचिव विक्रम मिसरी की हालिया बीजिंग यात्रा के बाद लिया गया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा अक्टूबर 2024 में कजान में हुई पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक के बाद तय हुई थी। मिसरी और चीनी उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग ने संबंधों की व्यापक समीक्षा करते हुए उन्हें बेहतर बनाने पर सहमति जताई।
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