‘1990 से 2005 तक का राजा कैसा था, यह उस समय के जन्म लेने वालों के लिए जानना जरूरी’

'1990 से 2005 तक का राजा कैसा था, यह उस समय के जन्म लेने वालों के लिए जानना जरूरी'

गया : बिहार विधान परिषद सदस्य जदयू के भववान सिंह कुशवाहा ने आज यानी रविवार को गया में बड़ी बात कही दी है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बिहार के चार विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने हैं। उपचुनाव को देखते हुए सन्गठन की ओर से मगध और शाहाबाद में बिछुड़े और नाराज साथियों को जोड़ने के लिए आए हैं। कहीं कुछ कमी रह गई थी। इसी वजह से लोकसभा चुनाव में हम आउट हो गए। उन्होंने कहा कि अगहन में धान की फसल पर हसुआ चल जाना चाहिए। यदि किसी वजह से हसुआ नहीं चल सका तो इसका मतलब कहीं न कहीं कमी है। उस कमी को अब दूर कर लिया गया है। ये बातें भगवान सिंह कुशवाहा ने सर्किट हाउस में मीडिया के समक्ष कहीं।

इस मौके पर भगवान सिंह कुशवाहा ने राजद के तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर कहा कि बीते 17 महीने में राजद की सरकार में एक डिप्टी चीफ मिनिस्टर थे। उनके पास पांच मलाईदार विभाग थे। उन सभी विभागों में जब भ्र्ष्टाचार का खेल होने लगा। डेढ़- डेढ़ करोड़ रुपए में ट्रांसफर व पोस्टिंग होने लगी तो जदयू के लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बातें रखीं। कहा गया कि आपकी छवि खराब हो रही है। इस पर उन्होंने चिंतन किया व अपनी छवि को बचाने के राजद का साथ छोड़ दिया।

उन्होंने कहा कि 95 के बाद जन्म लेने वाले बिहार के बच्चों को यह बताने की जरूरत है कि 1990 से लेकर 2005 तक का बिहार का रजा कैसा था। यह जानना बच्चों के लिए बहुत जरूरी है। इस बात को गांव गांव तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लालू यादव शुरू में पिछड़ों की राजनीति की। बड़ा में अपनों की राजनीति करने लगे तो वे आउट हो गए। अब फिर समय आ गया है। उन्हें आउट करने की। इस मौके पर जदयू छात्र नेता उत्तम कुशवाहा, जदयू नेता अरविंद सिंह और श्रीकांत आदि मौजूद थे।

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आशीष कुमार की रिपोर्ट

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