जश्न-ए-आजादी का दिलकश अंदाज, जब खेतों में अन्नदाताओं ने थामा तिरंगा

Bokaro– देश में आजादी का जश्न अपने पूरे शबाब पर है, हर चौक चौराहे पर तिरंगा फहरता नजर आ रहा है.

आजादी के तराने बजाये जा रहे हैं. लेकिन चास प्रखंड के आमडीहा गांव की जश्न-ए-आजादी कुछ अलग अंदाज लिए हुए है.

दरअसल इस प्रखंड में अभी धान की रोपनी जोरों पर हैं.

लेकिन आजादी के इस जश्न को कोई गंवाना नहीं चाहता.

यही कारण है कि इस गांव में महिला-पुरुष हाथ में तिरंगा लेकर खेतों की ओर निकल पड़े हैं.

अपने अन्नदाता के साथ आजादी का जश्न

इन किसानों को पूर्व जिला सदस्य संजय सिंह की ओर से तिरंगा उपलब्ध करवाया गया है.

संजय सिंह कहते हैं कि देश की आजादी में किसानों की अहम भूमिका रही है.

आजादी के 75 वें वर्षगांठ पर यह अवसर मिला और हम देश के अन्न दाताओं के साथ जश्ने आजादी मना रहे हैं.

वैसे तो आजादी के जश्न में पूरा देश डूबा है, लेकिन इसकी बात ही कुछ अलग है,

हमारे किसानों के पसीने की खुशबू हमारे तिरंगे निकल रही है.

यह देश के नीति-नियंताओं के लिए एक संदेश भी है कि

आप चाहे जितनी बड़ी बड़ी बाते करें, लेकिन बगैर किसानी और किसानों के आप इस देश को नहीं बचा सकते.

जब किसान खुशहाल होगा, तब ही देश में सामाजिक और आर्थिक समृद्धि आयेगी.

हमारा विश्व गुरु बनने का सपना इस देश के किसानों के खेत से होकर गुजरता है,

हमें अपने खेत खलिहानों की इज्जत करनी होगी, उसका सम्मान करना होगा

रिपोर्ट- चुमन कुमार

36वें राष्ट्रीय हॉकी खेल के लिए झारखंड महिला टीम का चयन ट्रायल

कांग्रेस कोटे से अब चार के बदले तीन को ही मंत्री पद, रालोजपा में टूट महज अफवाह

Share with family and friends: