झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: सीट बंटवारे पर दिल्ली में कांग्रेस-जेएमएम की अहम बैठकें, गठबंधन का स्वरूप जल्द तय होने की संभावना

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: सीट बंटवारे पर दिल्ली में कांग्रेस-जेएमएम की अहम बैठकें, गठबंधन का स्वरूप जल्द तय होने की संभावना

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के बीच सीट बंटवारे को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश और विधायक दल के नेता  रामेश्वर उरांव  सीट बंटवारे पर केंद्रीय नेतृत्व के साथ चर्चा करने के लिए दिल्ली का रुख किया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भी दिल्ली जाने की संभावना है, ताकि गठबंधन के इस महत्वपूर्ण फैसले पर अंतिम मुहर लगाई जा सके।

कांग्रेस ने 18 अक्टूबर को अपनी प्रदेश चुनाव समिति की बैठक बुलाई है, जिसमें स्टेट लेवल से उम्मीदवारों की सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जाएगी। इस बैठक से पहले कांग्रेस यह सुनिश्चित करना चाहती है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), राजद और अन्य पार्टियों के साथ इंडिया एलायंस का स्वरूप झारखंड में पूरी तरह से तैयार हो जाए। इसके मद्देनजर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक करेंगे, जिसमें वे यह तय करेंगे कि किन-किन सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया जाएगा।

बीते दिनों झारखंड में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी का दौरा हुआ था, जिसने राज्य में पार्टी की स्थिति का आकलन किया। स्क्रीनिंग कमेटी अपनी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेगी, जिसमें यह स्पष्ट किया जाएगा कि झारखंड में कांग्रेस की मजबूत स्थिति किन सीटों पर है। इस रिपोर्ट के आधार पर गठबंधन के तहत सीट बंटवारे का निर्णय लिया जाएगा, ताकि अधिकतम सीटों पर जीत हासिल की जा सके।

सूत्रों के अनुसार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जो कि जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं, कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत के लिए दिल्ली पहुंच सकते हैं। जेएमएम और कांग्रेस के बीच बातचीत का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गठबंधन के सभी घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा संतुलित और न्यायसंगत हो।

कांग्रेस की ओर से यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि 18 अक्टूबर को होने वाली प्रदेश चुनाव समिति की बैठक से पहले सीट बंटवारे का फॉर्मूला पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। इस निर्णय के बाद कांग्रेस बिना किसी असमंजस के अपने उम्मीदवारों के नामों को आगे बढ़ा सकेगी और केंद्रीय नेतृत्व को अधिकृत कर सकेगी। वहीं, राहुल गांधी के 19 अक्टूबर को प्रस्तावित झारखंड दौरे के मद्देनजर कांग्रेस और जेएमएम गठबंधन सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के प्रयास में जुटे हुए हैं।

कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर, जो हाल ही में जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस विधायक दल के नेता नियुक्त किए गए हैं, भी दिल्ली में इन बैठकों में शामिल होंगे। इसके साथ ही, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का लगातार बैठकों का सिलसिला तब तक जारी रहेगा, जब तक कि गठबंधन का स्वरूप अंतिम रूप नहीं ले लेता है।

इन बैठकों का उद्देश्य झारखंड में इंडिया एलायंस के तहत एक मजबूत चुनावी रणनीति तैयार करना है, ताकि विधानसभा चुनावों में अधिकतम सीटों पर जीत हासिल की जा सके। गठबंधन के सभी घटक दलों की सहमति के बाद सीट बंटवारे की आधिकारिक घोषणा होने की संभावना है, जो चुनावी रणनीति में निर्णायक भूमिका निभाएगी।

 

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