Jharkhand Politics : कुत्ते के काट लेने से दस्त की शिकायत बढ़ जाती है-बाबूलाल मरांडी का तंज…

Jharkhand Politics : कुत्ते के काट लेने से दस्त की शिकायत बढ़ जाती है-बाबूलाल मरांडी का तंज...

Jharkhand Politics

Ranchi : झारखंड उत्पाद सिपाही बहाली में हुई अभ्यर्थियों की मौत के बाद झारखंड में सियासी बवाल शुरु हो गया है। बीजेपी और जेएमएम दोनों ही एक दूसरे पर इसका ठीकरा फोड़ रहे हैं। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा था कि अभ्यर्थियों की मौत कोरोना वैक्सीन के कारण हुई है। इसके बाद से ही सियासी बहस शुरु हो गई है।

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Jharkhand Politics : सीएम को सार्वजनिक रुप से ऐसी अटपटी बयान देना ठीक नहीं

बाबूलाल मरांडी ने सीएम के आरोपों का जवाबी देते हुए तंज कसते हुए कहा कि कुत्ते के काट लेने से दस्त की शिकायत बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन अभ्यर्थियों की मौत पर सार्वजनिक रुप से ऐसी अटपटी बयान देना ठीक नहीं है। उनकी बातों को ना सिर है ना पैर है। सीएम हेमंत आजकल बिना सिर पैर के बातें करने में महारत हासिल कर चुके हैं।

Jharkhand Politics : कुव्यवस्था को छुपाने के लिए कोई बहाना तो बताना ही था

उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ परीक्षा में अपनी कुव्यवस्था को छुपाने के लिए कोई न कोई बहाना तो जनता को बताना ही था, तो मुख्यमंत्री जी ने कोरोना की वैक्सीन का बहाना देकर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की, लेकिन ये बताना भूल गए कि वैक्सीन सिर्फ मृतक अभ्यर्थियों भर को नहीं लगी थी, बल्कि पूरे झारखंडवासियों को लगी थी उसमें शायद आप भी रहे हों -आप भी तो दिल्ली से नंगे पैर भागते हुए झारखंड तक आए थे, आपको तो कुछ नहीं हुआ।

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माननीय मुख्यमंत्री जी मेरी समझ में वैक्सीन तो कम से कम आपकी तरह जाति और धर्म देखकर काम नहीं करती होगी, अगर वैक्सीन की वजह से अभ्यर्थियों की जान गई है तो इस उत्पाद सिपाही बहाली की दौड़ में लगभग 1.50 लाख अभ्यर्थी दौड़े थे तो फिर सिर्फ कुछ सीमित अभ्यर्थियों को ही क्यों इसका नुकसान हुआ। डॉक्टर और वैज्ञानिकों के साथ खुद खुद के ही मेडिकल इंस्टीट्यूट के तो कृपया ये भी बता दीजिए।

मौत पर राजनीति करना बंद कर दीजिए! आपकी कुर्सी और निजी सेहत के लिए अच्छा होगा

अगर ये बताने में आपकी हिम्मत को पसीने आ रहे हों तो जिस तरह से सार्वजनिक रूप से आप झूठी अफवाह फैला रहे हैं, ठीक उसी तरीके से सार्वजनिक रूप से अपनी कुव्यस्था के लिए राज्य के नौजवानों से माफी मांग लीजिए। कोरोना की वैक्सीन के कारण ही करोड़ों लोगों की जान बची थी। सीएम कमसे कम ऐसी निचले स्तर की बात करके झारखंड को तो शर्मशार मत कीजिए। मुख्यमंत्री जी आपसे विनम्र निवेदन है कि मौत पर राजनीति करना बंद कर दीजिए! आपकी कुर्सी और निजी सेहत दोनों की के लिए अच्छा होगा।

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