Chaibasa– खतियान आधारित स्थानीय नीति – झारखंड बचाओ मोर्चा की ओर से कोल्हान स्तरीय जनसभा
का आयोजन कर खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने की मांग की गई है.
यहां बतला दें कि झारखंड बचाओ मोर्चा का गठन झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम
के नेतृत्व में झारखंड के आदिवासी मूलवासी संगठनों के द्वारा की गयी है.
इस मोर्चा में करीबन पांच दर्जन संगठनों की हिस्सेदारी है.
इसका संयोजक लोबिन हेंब्रम को बनाया गया है.
साथ ही पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव, पूर्व विधायक मंगल सिंह बबोन्गा, आदिवासी नेता प्रेम शाही मुंडा,
राजू कच्छप और अजय टोप्पो भी इस मोर्चे के सदस्य है.
खतियान आधारित स्थानीय नीति– आज की जनसभा में मुख्यरुप से निम्न मांगों को सामने रखा गया है.
1. खतियान आधार स्थानीय नीति लागू किया जाए
2. झारखंड में मूल स्थायी निवासी को ही तृतीय और चतुर्थ वर्ग की नौकरी में शत-शत बहाल किया जाए।
3. सीएनटी – एसपीटी एक्ट को कड़ाई से लागू करते हुए गलत तरीका से स्थांतरित जमीन को मूल रैयतों को वापस किया जाए
एवं जमीन लूट में शामिल पदाधिकारियों को बर्खास्त किया जाए.
4.पांचवी अनुसूची क्षेत्र में संविधान सम्मत पेसा कानून,समता जजमेंट समेतआदिवासियों को
प्रदत कानून को पूर्ण रूप से अनुपालन कराया जाए।
5. झारखंड आंदोलनकारियों को सम्मान देने के लिए सभी जिलों में नोडल पदाधिकारी नियुक्त करते हुए
आंदोलनकारियों को पहचान एवं सम्मान दिलाने के लिए जवाबदेही तय किया जाए।
6. झारखंड के सभी निर्वाचित विधायक सांसदों को अपने समाज एवं झारखंड के हित के सवाल जवाब किया जाए और
अभी तक के इस संदर्भ में उनके योगदान का विश्लेषण करते हुए जवाबदेही तय किया जाए।
7. झारखंडी मूल के 9 भाषाओं को उचित सम्मान दिलाते हुए बंगाल की तर्ज पर kg से pg तक की पढ़ाई किया जाए।
8. झारखंडी संस्कृति को बचाये रखने के लिए एवं झारखंडियों का इतिहास को नई पीढ़ी
को बताने के विशेष रूप से अलग से बजट पारित कर संरक्षण की दिशा में ठोस नीति बनाया जाए।
9.शिडयूल एरिया एवं सीएनटी -एसपीटी एक्ट के अंतर्गत अवैध रूप से दख़ल की गई
जमीन को पुनर्वापसी के साथ ग्राम सभा को सुपुर्द किया जाए और
अभी तक के जितने भी विस्थापन वह पुनर्वास समस्याओं को अविलंब आयोग
गठन करते हुए जल्द से जल्द समाधान किया जाए।