6 मार्च को होगा चास में खतियानी महाजुटान
Chass- खतियानी महाजुटान – झारखंड में जारी भाषा विवाद के बीच आदिवासी मूलवासी संगठनों
ने खतियानी महाजुटान करने की घोषणा की है.
इस महाजुटान का आयोजन चास के तेलीडीह विस्थापित हाई स्कूल में किया जाएगा.
चास के बांधगोड़ा तेलीडीह में कई संगठनों ने बैठक कर इस खतियानी महाजुटान को सफल बनाने की
रणनीतियों पर काम करना शुरु कर दिया है.
इसके प्रचार-प्रसार के गांव-गांव, घर-घर जाकर जन संपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है.
किसान मजदूर संघ से महासचिव राजेश महतो ने कहा है कि 1932 का खतियान को लागू करने, स्थानीय नीति,
व्यवसाय नीति , नियोजन नीति की मांग को लेकर महाजुटान का आयोजन किया जा रहा है.
मिटती जा रही है झारखंड की पहचान
आज झारखंडियों की पहचान मिटती जा रही है. झारखंड निर्माण के 22 वर्ष के बाद भी हमें अपना हक नहीं मिला.
झारखंड निर्माण के 22 वर्षों के बाद भी मूलवासी आदिवासियों को रोजी रोजी की तलाश में पलायन करना पड़ रहा है.
राज्य के सभी कल कारखानों में बाहरी लोगों को रोजागार दिया जा रहा है.
बोकारो स्टील प्लांट के विस्थापित आज भी दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं.
जबकि बीएसएल स्थापना के समय इंदिरा गांधी की मौजूदगी में सभी चतुर्थ वर्गीय पद
पर विस्थापितों को रखने का एकरारनामा किया गया था.
लेकिन हालात यह है कि इसका पालन कभी नहीं किया गया, सभी पदों पर बाहर वालों को रखा गया.
रिपोर्ट-चुमन
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