रांची: कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 29 अक्टूबर यानी मंगलवार को देशभर में धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा। इसे धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष धनतेरस पर बुध के गोचर से लक्ष्मी नारायण योग बनेगा, जो अत्यंत शुभ माना जा रहा है।
इस दिन, सुबह से लेकर देर रात तक खरीदारी का विशेष मुहूर्त रहेगा। लोग सोना, चांदी, वाहन, जमीन, घर और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सामान खरीदकर अपने जीवन में सुख और समृद्धि लाने की कामना करेंगे।
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, धनतेरस के दिन अभिजीत मुहूर्त दिन के 11:42 बजे से 12:27 बजे तक, विजय मुहूर्त 1:56 से 2:41 तक, कुंभ लग्न 1:29 से 3:00 बजे तक और वृष लग्न शाम 6:07 से 8:04 बजे तक रहेगा। दोपहर से प्रदोष काल (12:36 बजे से शाम 5:33 बजे तक) में वाहन जैसे चलायमान सामग्री खरीदने का भी शुभ मुहूर्त है।
धनतेरस पर भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा का विशेष महत्व है। यह पूजा संध्या काल में स्थिर वृष लग्न में 6:19 से रात 8:15 बजे के बीच की जाएगी। इस दिन से महालक्ष्मी, कुबेर, विश्वकर्मा और काली मां की पूजा भी शुरू हो जाती है, और कई लोग धनतेरस के दिन ही लक्ष्मी पूजा करते हैं।
मान्यता है कि इस दिन चौमुखी दिया में सरसों और करंज का तेल भरकर घर के दक्षिण दिशा में जलाने से घर में अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।
धनतेरस से लेकर दीपावली तक का यह समय विशेष धार्मिक और सामाजिक महत्व रखता है। गुरुवार को दीपावली-काली पूजा मनाई जाएगी, जिससे सुख, समृद्धि और खुशियों का आगमन होता है।
इस धनतेरस पर आप भी अपने परिवार के साथ मिलकर सुख-समृद्धि की कामना करें और शुभ खरीदारी का लाभ उठाएं।