रांची हिंसा का मास्टरमाइंड नवाब चिश्ती को पुलिस ने किया गिरफ्तार
रांची : राजधानी रांची के मेन रोड में 10 जून को हुए हिंसा मामले में ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ ग्रुप के
एडमिन को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी नवाब चिश्ती है.
इसकी गिरफ्तारी मंगलवार शाम ही हुई है.
नवाब चिश्ती सोशल मीडिया पर दंगा भड़काने और धार्मिक भावनाओं को
ठेस पहुंचाने के लिए पोस्ट करता था. नवाब चिश्ती से रांची पुलिस पूछताछ कर रही है.
बताया जाता है कि पहले भी ये दंगा भड़काने में आरोपित है.
इसने गैंग्स ऑफ वासेपुर नाम का व्हाट्सएप ग्रुप बना कर दस जून को होने वाले
प्रदर्शन में शामिल होने के लिये लोगों से अपील की थी.
नवाब चिश्ती ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से और भी कई पोस्ट डाले हैं.
वहीं इसकी तस्वीर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी और मंत्री हफीजुल हसन के साथ भी वायरल हो रहा है.
कई नेताओं के साथ फोटो वायरल
नवाब को झारखंड के कई बड़े नेताओं के साथ देखा गया है. झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन, मंत्री बन्ना गुप्ता, झामुमो से राज्यसभा सदस्य महुआ माजी के अलावा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के साथ नवाब चिश्ती की तस्वीरें भी सामने आई है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में हर बिंदू पर गंभीरता से जांच कर रही है.
सोशल मीडिया पर धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप
पुलिस का कहना है कि नवाब चिश्ती सोशल मीडिया पर वीडियो और संदेश लिखकर धार्मिक उन्माद फैलाने में सक्रिय रहता है. पुलिस नवाब का फेसबुक अकाउंट समेत सभी सोशल मीडिया पर डाले गए पोस्ट को खंगाल रही है. पुलिस ने नवाब को वर्ष 2019 में दंगा के दौरान दो लोगों पर चाके से वारकर हत्या करने के प्रयास में जेल भेजा था. इसके अलावा भी वह कई बार जेल जा चुका है. पुलिस इस बिंदू पर जांच कर रही है कि नवाब के संपर्क में कौन कौन लोग थे.
सीसीटीवी फुटेज में नवाब चिस्ती को देखा गया
पुलिस ने घरवालों से पूछताछ की तो पता चला कि नवाब कई दिनों से रांची में नहीं है. इसके बाद पुलिस ने सूचना तंत्र को मजबूत किया और नवाब को पकड़ लिया गया. नवाब को पकड़ने के बाद पूछताछ की गई तो उसने स्पष्ट कहा कि वह घटना से कुछ दिन पहले ही शहर से बाहन चला गया था. पुलिस ने जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाया तो उसने कहा कि वह भीड़ में शामिल था. लेकिन उसने भीड़ का उग्र करने का काम नहीं किया है.
हिंसा में कई पुलिसकर्मी हुए घायल
बता दें कि रांची में शुक्रवार को हिंसा होने के बाद दो लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग जख्मी हो गए. कई पुलिसकर्मी भी गंभीर रुप से जख्मी हुए. रांची शहर में हिंसी की तैयारी पहले से कर ली गई थी. शहर की हर थाना की पुलिस नवाब चिश्ती को पहचानती है. नवाब डोरंडा इलाके का रहने वाला है. शहर में बवाल होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले उन लोगों का लिस्ट तैयार किया जो पहले से दंगा कराने के आरोप में जेल जा चुके हैं. लिस्ट में सबसे पहला नाम नवाब चिश्ती का आया. पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि घटना के दिन राजेंद्र चौक के पास नवाब चिश्ती भीड़ में शामिल था. मेन रोड में हिंसा होने के बाद नवाब घर से फरार हो गया था.
रिपोर्ट: मदन/शाहनवाज