Kolkata doctor rape-murder case: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हाई-प्रोफाइल बलात्कार और हत्या मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय ने बड़ा खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान पूछताछ में उसने कबूला है कि क्राइम वाली रात उसने अपने साथी के साथ दो रेड लाइट एरिया गए थे। इस दौरान उन्होंने सड़क पर एक महिला से छेड़छाड़ भी की थी। इसके बाद उसने अपनी प्रेमिका को वीडियो कॉल कर उनसे न्यूड तस्वीरें मांगी थीं।
Kolkata doctor rape-murder case में खुलासा
दरअसल, अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट इंडिया टुडे ने सीबीआई सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट की है कि, कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मुख्य आरोपी ने पूछताछ के दौरान अपराध कबूल कर लिया है। पूछताछ के दौरान, संजय रॉय ने अपराध की रात अपनी गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया और शहर के दो रेड लाइट इलाकों में जाने की बात स्वीकार की, लेकिन यौन संबंध नहीं बनाए।
इस दौरान उसने सड़क पर एक महिला से छेड़छाड़ करने की बात भी कबूल की। इसके अलावा रॉय ने खुलासा किया कि उसने अपनी प्रेमिका के साथ वीडियो कॉल की थी और उससे नग्न तस्वीरें मांगी थीं। रॉय और उसका दोस्त अस्पताल लौटे। रॉय चौथी मंजिल पर ट्रॉमा सेंटर गए। सुबह 4:03 बजे, रॉय को सीसीटीवी फुटेज में तीसरी मंजिल पर सेमिनार हॉल के पास गलियारे में जाते देखा गया। रॉय सेमिनार हॉल में दाखिल हुआ, जहां पीड़िता सो रही थी और उसका गला घोंट दिया।
Kolkata doctor rape-murder case: आरोपी का पॉलीग्राफ टेस्ट
रॉय ने पीड़िता का यौन उत्पीड़न किया। फिर अपने दोस्त अनुपम दत्ता के घर चले गए। संजय रॉय के मोबाइल फोन पर बड़ी मात्रा में अश्लील सामग्री पाई गई, जिसमें भाई-बहनों के बीच यौन कृत्यों को दर्शाने वाले अनाचार वीडियो भी शामिल थे। रविवार को उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट भी किया गया।
33 वर्षीय रॉय को कोलकाता पुलिस ने 10 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 31 वर्षीय स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर का शव मिलने के एक दिन बाद गिरफ्तार किया था। डॉक्टर के शव के पास मिले एक ब्लूटूथ डिवाइस के कारण रॉय की गिरफ्तारी हुई। सीसीटीवी फुटेज में वह अस्पताल की तीसरी मंजिल पर भी दिखा, जहां सेमिनार हॉल स्थित है।
Kolkata doctor rape-murder case: सीबीआई कर रही जांच
आरोपी कथित तौर पर कोलकाता पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों का करीबी था। सीबीआई ने पहले सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि जब उसने जांच संभाली तो अपराध स्थल बदल दिया गया था, जिससे पता चलता है कि स्थानीय पुलिस ने डॉक्टर के बलात्कार और हत्या को छिपाने का प्रयास किया था। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 13 अगस्त को जांच को कोलकाता पुलिस से सीबीआई को स्थानांतरित करने का आदेश दिया था।