रांची: राजधानी रांची की पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बरियातू थाना क्षेत्र में संचालित हो रहे अवैध ऑनलाइन जुए और साइबर ठगी के गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है। बरियातू हाउसिंग कॉलोनी स्थित किराए के एक मकान में चल रहे इस साइबर नेटवर्क से जुड़े 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से 90 एटीएम कार्ड, 17 मोबाइल फोन और 5 लैपटॉप बरामद किए गए हैं। इस कार्रवाई का नेतृत्व सदर डीएसपी द्वारा किया गया।
ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर ठगी का जाल, बिहार से जुड़े हैं तार
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह ऑनलाइन गेमिंग एप्लिकेशन की आड़ में पिछले एक महीने से अवैध सट्टा और साइबर फ्रॉड का खेल चला रहा था। पकड़े गए सभी आरोपी बिहार के रहने वाले हैं, जबकि गिरोह के मास्टरमाइंड अब भी फरार हैं।
गिरफ्तार किए गए युवकों को 15 से 20 हजार रुपये मासिक वेतन पर काम पर रखा गया था, जिन्हें लोगों से ठगी कर रकम लाने का टारगेट दिया गया था। अच्छा प्रदर्शन करने पर कमीशन के रूप में बोनस भी दिया जाता था।
एटीएम किराए पर लेकर करते थे ठगी, मकान लिया था फर्जी एजेंसी के नाम पर
साइबर फ्रॉड के इस गिरोह ने मासूम लोगों से एटीएम कार्ड रेंट पर लेकर बैंक फ्रॉड का नेटवर्क तैयार किया था। ठगी के लिए जिन मोबाइल नंबरों और बैंक खातों का इस्तेमाल किया जा रहा था, वे अन्य लोगों के नाम पर लिए गए थे।
संपत्ति मालिक को विश्वास में लेने के लिए इस मकान को सुरक्षा एजेंसी के नाम पर किराए पर लिया गया था, जिससे किसी को संदेह न हो।
साइबर ठगी में मासूम युवकों का इस्तेमाल, रांची पुलिस की सटीक कार्रवाई
रांची पुलिस की इस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि ऑनलाइन गेमिंग और डिजिटल प्लेटफॉर्म की आड़ में साइबर अपराध किस तरह फैल रहा है। इस गिरोह की कार्यशैली अत्यंत योजनाबद्ध थी, जिसमें युवाओं को पहले बहकाया जाता था, फिर उन्हें टारगेट पर काम कराया जाता था।
पुलिस ने किया मास्टरमाइंड की तलाश तेज, जल्द होगी गिरफ्तारी
पुलिस का कहना है कि गिरोह के मास्टरमाइंड की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी होगी।
बरियातू थाना की टीम और सदर डीएसपी की निगरानी में की गई छापेमारी से रांची पुलिस को यह बड़ी सफलता मिली है, जिससे राजधानी में बढ़ते साइबर क्राइम को रोकने में एक अहम कदम साबित हो सकता है।
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