नई दिल्ली : 5G बना मुसीबत – अमेरिका में बुधवार से 5G की नई सेवाएं शुरू हुई हैं.
इसे लेकर वहां की टेलीकॉम कंपनियों में जहां उत्साह का माहौल है.
वहीं एविएशन इंडस्ट्री सहमी हुईं है और इसके चलते कई एयरलाइन कंपनियों ने अमेरिका में
अपनी उड़ानों को रद्द कर दिया है. एयर इंडिया ने भी अमेरिका की अपनी उड़ानों को रद्द कर दिया है,
जिससे भारत की यात्रा करने वाले सैंकड़ों यात्री परेशानी में फंस गए हैं.
दरअसल, 5जी इंटरनेट की वेव्स विमान के नेविगेशन सिस्टम में हस्तक्षेप कर सकती हैं.
इस बीच, डीजीसीए प्रमुख अरुण कुमार ने पीटीआई को बताया कि यूएस में 5जी इंटरनेट की
तैनाती के कारण उत्पन्न हुई स्थिति से हमारे कैरियर्स को उबारने के लिए
इंडियन एविएशन रेगुलेटर काम कर रहा है.
5G बना मुसीबत –
5G बना मुसीबत –
अमेरिकी विमानन नियामक फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने 14 जनवरी को कहा था कि
“विमान के रेडियो अल्टीमीटर के साथ 5 जी इंटरफेरेंस इंजन और ब्रेकिंग सिस्टम को लैंडिंग मोड में
ट्रांसीशनिंग से रोक सकता है, जिससे एक विमान को रनवे पर रुकना मुश्किल हो जाएगा”.
अल्टीमीटर जमीन के ऊपर विमान की ऊंचाई को मापता है.
5G बना मुसीब – जिस बैंड पर अल्टीमीटर काम करता है वह उस बैंड के करीब होता
है जिस पर 5G सिस्टम काम करता है.
कुल तीन कैरियर – अमेरिकन एयरलाइंस, डेल्टा एयरलाइंस और एअर इंडिया – वर्तमान में भारत
और अमेरिका के बीच सीधी उड़ानें संचालित करते हैं. अमेरिकन एयरलाइंस और डेल्टा एयरलाइंस
ने इस मामले में पीटीआई के सवालों का जवाब नहीं दिया.
एअर इंडिया ने क्रमशः बुधवार और गुरुवार को संचालित होने वाली आठ और छह उड़ानें रद्द कर दीं.
एअर इंडिया ने ट्विटर पर कहा कि “अमेरिका में 5G संचार की तैनाती के कारण” भारत-अमेरिका
की आठ उड़ानों का संचालन रद्द किया जा रहा है. ये आठ एअर इंडिया उड़ानें: दिल्ली-न्यूयॉर्क,
न्यूयॉर्क-दिल्ली, दिल्ली- शिकागो, शिकागो-दिल्ली, दिल्ली- सैन फ्रांसिस्को, सैन फ्रांसिस्को-दिल्ली,
दिल्ली-नेवार्क और नेवार्क-दिल्ली है. बाद में दिन के दौरान, एयर इंडिया के अधिकारियों ने
कहा कि गुरुवार को संचालित होने वाली कुल छह भारत-अमेरिका उड़ानें रद्द कर दी गई.
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