गिरिडीह : सरिया थाना क्षेत्र के काला पत्थर बिरहोर ठंडा निवासी दो बिरहोर का शव शनिवार की अहले सुबह एक कुएं में पाया गया. बता दें कि बिरहोर जनजाति की संख्या काफी कम है. इस विलुप्त जनजाति के लोगों के संरक्षण के लिए सरकार की तरफ से प्रयास भी किये जाते हैं.
घटना की सूचना मिलते ही सरिया पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर शव को बाहर निकाला गया. मृतक के बहनोई बिष्णुगढ़ प्रखंड के मोर गांव निवासी सुरेश बिरहोर पिता शनिचर बिरहोर ने बताया कि गुरुवार की शाम वह अपने साला अजय बिरहोर और उसका गोतिया डमरु बिरहोर के साथ मजदूरी कर लौट रहा था. इस बीच तीनों व्यक्तियों ने कहीं पर शराब पी लिया. शराब पीने के बाद सुरेश बिरहोर अपने घर की ओर चला. वहीं उनके दोनों साथी पीछे रह गए. देर रात तक उक्त दोनों व्यक्ति घर नहीं पहुंचे तो इसकी खोजबीन शुरू की गई. बताया गया कि दोनों घर महज 300 मीटर दूरी और वाटर गांव स्थित एक नाला के किनारे बने टूटे हुए कुएं के पास दोनों के द्वारा दुकान से खरीदे गए सामान दिखाई दिया.
साथ ही कुएं में उगा एक पौधा की डाली भी टूटी हुई थी. शंका जाहिर होने पर लोगों ने झगड़ कुएं में डाला जिससे दोनों का शव झगड़ में फंसा कर बाहर निकाला गया. इसकी सूचना पर परिजन औऱ गांव के लोग भी जूटे और शव को कुएं से बाहर निकालने में मदद की. इस मौके पर सरिया थाना प्रभारी प्रेम कुमार सशस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंचे. इधर घटना की सूचना पाकर भाकपा माले नेता भोला मंडल, विजय सिंह, त्रिभुवन मंडल, पूर्व मुखिया पार्वती देवी, महेंद्र मंडल, सुरेंद्र मांझी, माथुर बिरहोर, साहिब राम हांसदा, हरिलाल मांझी, महेश मंडल आदि मौके पर पहुंचे और शोक व्यक्त किया.
रिपोर्ट : आशुतोष श्रीवास्तव