रांची: जिला स्तर की नियुक्तियों से भोजपुरी और मगही हटाए जाने को लेकर भोजपुरी समाज नहीं गहरी चिंता व्यक्त की है. भोजपुरी, मगही और अंगिका एकता मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि, सरकार के इस निर्णय का प्रतिकार किया जाएगा. यह सरकार के मानसिक दिवालियापन की निशानी है. उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहा कि, सरकार ने इस आंदोलन को प्रायोजित किया था और अब उसी की बुनियाद पर इस नोटिफिकेशन को वापस लिया गया है. उन्होंने कहा कि, सरकार के इस निर्णय के बाद भोजपुरी समाज में आक्रोश है. लिहाजा, इसका व्यापक पैमाने पर प्रतिकार देखने को मिलेगा और अगर स्थिति बिगड़ती है तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी.
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