Lohardaga– काम की तलाश में लोहरदगा से बिहार जा रहे 10 मजदूरों को डीटीओ अमित बेसरा के नेतृत्व में शंख नदी के चेक पोस्ट पर वाहन चेंकिग अभियान चला कर उतारा गया.
इसके बाद डीटीओ अमित बेसरा ने इसकी सूचना श्रम विभाग के अधिकारियों को दी, जिसके बाद श्रम विभाग के अधिकारी सभी मजदूरों को अपने साथ ले जाकर उनका श्रम कार्ड बनवा कर उन्हे छोड़ दिया. लेबर डिपार्टमेंट ने बताया कि इलाके के मजदूर जानकारी के अभाव में अपना कार्ड नहीं बनवा रहे हैं, जिसके कारण सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ उन्हे नहीं मिल पाता.
बता दें कि हर वर्ष लोहरदगा से बड़ी संख्या में मजदूर बिहार के ईट्ट भट्टों में काम की खोज में जाते है. कई बार उनके आर्थिक शारीरिक शोषण की खबरे आती है. वाहन से उतारे गये मजदूरों का कहना था कि हमें उतार तो दिया गया, श्रम कार्ड भी दिया गया, लेकिन सबसे बड़ी बात तो रोजगार की है, हम तो रोजगार की खोज में जाते हैं, यदि हमें यहां ही रोजगार मिल जाय तो फिर जाने की जरुरत क्या है. सरकार को रोजगार के सवाल पर कुछ करने की जरुरत है. हम तो श्रमिक है,अपना पसीना बहा कर अपनी आजीविका चलाते है.
रिपोर्ट- दानिश