Ranchi– हेमंत सरकार के दो वर्ष पूरा होने पर भाजपा नेता अमर बाउरी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तंज कसते हुए कहा है कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के लिए टेंट और खाने-पीने की व्यवस्था मुखिया पर डाल दी जाती है, लेकिन सवाल यह है कि मुखिया इसकी व्यवस्था किस मद्द से करेगा.
आलम यह है कि 70 हज़ार से ज्यादा राजस्व से जुड़े मामले पेडिंग पड़े हैं. पिछले 6 महीनों से पोर्टल खुल नहीं पा रहा है. जनता की कोई सुनने वाला नहीं है. राजधानी राँची में राजस्व के एक नायाब मामले में एसआईटी की फ़ाइल गायब हो गई. जब इस मामले में मामला दर्ज किया गया तब जाकर फाइल मिल पाया.
अब तक बालू के घाटों की नीलामी नहीं हुई है. लेकिन किसी भी नदी में बालू नहीं है, पत्थर भी गायब हो रहे है. इस दो साल के कार्यकाल में केवल लूट हुई है. सरकार जानबुझ कर पंचायत चुनाव नहीं करवाना चाहती, ताकि इस लूट को बरकरार रखा जा सके.
पर्यटन में बढ़ावा देने की बात कही गई थी, लेकिन पर्यटन के लिए जो बजट उपलब्ध करवाया गया, उसमें से एक पाई भी खर्च नहीं की गई. जबकि 13 करोड़ रुपया सोशल मीडिया पर खर्च किया जा रहा है.
लॉ एंड आर्डर पूरी तरह से बेपटरी हो चुकी है. चाईबासा में 7 आदिवासियों की गला रेत कर हत्या कर दी गई. निमियाघाट में दलित परिवार की बच्ची के साथ दुष्कर्म मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई.
सिमड़ेगा की घटना पर सरकार चुप्प बैठी रहती है, लेकिन धनबाद के मामले पर मुख्यमंत्री का तुरंत ट्वीट आ जाता है, क्योंकि यहां वोट बैंक का मामला है. अमर बाउरी ने संजू प्रधान हत्या मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग करते हुए पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की.
अमर बाउरी ने कहा कि कोरोना का तीसरी लहर आ चुकी है लेकिन अब तक राज्य में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन की खरीदारी नहीं की गई है. इसी से पता चलता है कि सरकार इस मामले में कितना गंभीर है.
Bokaro: अमर बाउरी ने सीओ और बीडीओ को लगाई फटकार, जानिए क्या है मामला