जहानाबाद : स्वामी सहजानंद पुस्तकालय सभागार में रविवार को ‘किसान आंदोलन और स्वतंत्रता संग्राम के परिप्रेक्ष्य में स्वामी सहजानंद सरस्वती‘ विषयक एक विचार गोष्ठी एवं व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी सहजानंद सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। कार्यक्रम का संचालन अरुण कुमार ने किया।
स्वामी सहजानंद सरस्वती के योगदान को विस्तार से किया रेखांकित
इस अवसर पर चिंतक, विचारक एवं लेखक राघव शरण शर्मा, संग्रहालय के कार्यकारी सचिव गिरिजा बाबू, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. राहुल राज आर्यन, सामाजिक कार्यकर्ता एवं कार्यक्रम के मार्गदर्शक राजकिशोर शर्मा, रामकृष्ण परमहंस विद्यालय के निदेशक भोला बाबू और रामजीवन कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और सभी ने अपने विचार रखते हुए स्वामी सहजानंद सरस्वती के योगदान को विस्तार से रेखांकित किया।
सहजानंद सरस्वती के नेतृत्व में चले किसान आंदोलनों, उनके संघर्ष व स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान पर प्रकाश डाला
मुख्य वक्ताओं ने स्वामी सहजानंद सरस्वती के नेतृत्व में चले किसान आंदोलनों, उनके संघर्ष और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने बताया कि स्वामी न केवल एक आध्यात्मिक संत थे, बल्कि एक प्रखर समाज सुधारक और जन नेता भी थे, जिन्होंने किसानों के अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष किया। कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र सत्यप्रकाश, सामाजिक कार्यकर्ता बालाजी, जयप्रकाश, चितरंजन चैनपुरा, अनिल कुमार, रवि सहित कई गणमान्य श्रोता एवं नागरिक उपस्थित रहे।
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मुजफ्फर ईमाम की रिपोर्ट
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