बिहार और झारखंड में नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ महापर्व छठ

गली-मोहल्लों में गूंजने लगे छठी मइया के गीत

रांची/पटना : सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया है.

प्रसाद बनाने के लिए गेहूं चुनने और सुखाने का काम भी शुरू हो गया है.

बिहार और झारखंड के सभी जिलों के गली-मोहल्लों में छठी मईया के गीत गूंजने लगे हैं.

गांव में पूरी तरह भक्तिमय का माहौल है. 29 अक्टूबर को खरना है.

30 अक्टूबर को अस्ताचलगामी यानी डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा,

उसके अगले दिन सुबह यानी 31 अक्टूबर को उदयगामी यानी उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर

छठ पूजा का समापन होगा. हिंदू आस्था का यह एक ऐसा पर्व है,

जिसमें मूर्ति पूजा शामिल नहीं है. इस पूजा में छठी मईया के लिए व्रत किया जाता है. यह व्रत कठिन व्रतों में से एक माना जाता है.

शहर से लेकर गांव तक लोगों में उत्साह

शहर से लेकर गांव तक लोगों में उत्साह का माहौल है. झरिया में शुक्रवार को नहाए खाए में छठ व्रतियों ने अरवा चावल का भात, चने की दाल के साथ कद्दू की सब्जी का प्रसाद बनाया. पारंपरिक छठ गीतों के साथ कद्दू भात प्रसाद का निर्माण हुआ. ऐसी मान्यता है कि नहाय-खाय के दिन भगवान सूर्य को कद्दू भात का पहला भोग अर्पित किया जाता है. इसके बाद छठ व्रती खरना के साथ 36 घंटों का निर्जला व्रत करती हैं.

महापर्व छठ: खरना का ये है नियम

शनिवार 29 अक्टूबर को छठव्रती खरना करेंगी. खरना में दोपहर को विधि विधान के साथ अपने घर पर सूर्य देव को पहला अर्घ अर्पित किया जाता है, और संध्या में छठी मैया की पूजा की जाती है. समाज के लोग खरना का प्रसाद खाने छठ व्रतियों के घर पहुंचते हैं. ऐसी मान्यता है कि जिस वक्त छठव्रती खरना का प्रसाद ग्रहण कर रही होती है, किसी तरह की आवाज नहीं होनी चाहिए. खरना के शाम को कुछ समय के लिए सारे लाउडस्पीकर आदि बंद कर दिए जाते हैं.

छठ घाटों की साफ-सफाई पूरी

विभिन्न छठ पूजा समितियां भी घाटों के निर्माण एवं साफ सफाई को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं. झरिया स्थित छठ पूजा समिति के भगत सिंह ने बताया कि राजा तालाब घाट पर शहर के बड़ी संख्या में लोग आते हैं और खुद ही अपना घाट का साफ सफाई करते हैं. साफ सफाई और रोशनी की व्यवस्था समिति द्वारा की जाती है.

महापर्व छठ: पटना के विवेक कुमार 12 साल की उम्र से कर रहे छठ व्रत

बिहार की राजधानी पटना में महापर्व छठ की शुरुआत नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया है. 4 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में नहाए-खाय भोजन करते हैं. पटना के विवेक कुमार 12 साल की उम्र से छठ व्रत कर रहे हैं. इस पर्व को करते हुए उन्होंने बताया कि इसमें बहुत ही शुद्धता रखी जाती है और छठी मैया की कृपा है कि जो 17 सालों से मैं छठ व्रत कर रहा हूं.

प्रकृति और संस्कृति के महापर्व पर सामाजिक भाईचारे का संदेश

रिपोर्ट: राजीव कमल/सचिन

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