रांची। झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मैया सम्मान योजना के तहत अप्रैल महीने की ₹2500 की किस्त राज्य के 10 जिलों की हजारों महिलाओं को अब तक नहीं मिली है। जिन जिलों में यह राशि लंबित है, उनमें चतरा, खूंटी, गुमला, रांची, पूर्वी सिंहभूम, दुमका, देवघर, धनबाद, हजारीबाग और बोकारो शामिल हैं। इन जिलों में अप्रैल, मई और जून—तीनों महीनों की राशि अब तक नहीं पहुंच पाई है, जिससे महिलाओं में गहरी नाराजगी देखी जा रही है।
Highlights
मैया सम्मान योजना – भौतिक सत्यापन बना अड़चन
सूत्रों के अनुसार, इन जिलों में कई लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में जिन महिलाओं का सत्यापन लंबित है, उनके खातों में पैसा फिलहाल होल्ड पर रखा गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जब तक लाभुकों का दस्तावेजी सत्यापन पूरा नहीं होता, तब तक राशि जारी नहीं की जा सकती।
मैया सम्मान योजना को लेकर लग गई महिलाओं की लाइन, झरिया में इस समस्या से खाते में नहीं आ रहे पैसे!
रिक्त निदेशक पद से अटकी प्रक्रिया
इस बीच सामाजिक सुरक्षा निदेशालय में निदेशक पद रिक्त हो जाने से प्रक्रिया और अधिक बाधित हो गई है। पूर्व निदेशक समीरा एस के पलामू डीसी बनने के बाद से विभाग में यह पद खाली पड़ा है। चूंकि योजना की किश्तें जारी करने के लिए निदेशक की स्वीकृति जरूरी है, इसलिए मई और जून की किश्तें भी रुकी हुई हैं।
सरकार ने भेजी राशि, प्रक्रिया में देरी
झारखंड सरकार ने विभाग को अप्रैल, मई और जून की किश्तों के लिए राशि भेज दी है। लेकिन विभागीय स्तर पर प्रशासनिक औपचारिकताओं के चलते राशि लाभार्थियों के खातों तक नहीं पहुंच पा रही है। हालांकि, सरकारी सूत्रों का दावा है कि अप्रैल महीने की लंबित राशि इसी सप्ताह के अंत तक संबंधित जिलों की महिलाओं के खातों में भेज दी जाएगी।
मैया सम्मान योजना – नए आवेदन पर भी असमंजस
इस योजना के पोर्टल पर नई प्रविष्टि का विकल्प भी फिलहाल उपलब्ध नहीं है, जिससे 18 वर्ष की आयु पार कर चुकी लड़कियां या पूर्व में छूटे हुए योग्य लाभार्थी आवेदन नहीं भर पा रहे हैं। इससे अंचल कार्यालयों में आवेदन को लेकर लंबी कतारें देखी जा रही हैं।
रांची डीसी का स्वरोजगार पर फोकस
रांची के डीसी मंजूनाथ भजंतरी ने महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए लाभुक महिलाओं के बीच बकरी, चूजे और बत्तख वितरण जैसे कार्यक्रमों की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उनके मासिक ₹2500 की राशि को बढ़ावा देना है।
मैया सम्मान योजना – क्या करें लाभुक महिलाएं?
जो महिलाएं अब तक अपनी किश्त का इंतजार कर रही हैं, उन्हें सलाह दी गई है कि वे अपने दस्तावेजों को तैयार रखें और भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया पूरी कराएं। सत्यापन पूरा होते ही राशि जल्द ही खातों में भेजी जाएगी।