आदमखोर बाघ ने फिर ली दो की जान, 3 दिन में 4 की मौत

अब तक 9 लोगों को बनाया शिकार

बगहा : आदमखोर बाघ ने आज फिर दो लोगों की जान ले ली है. तीन दिन में

चार लोगों की मौत हो चुकी है. वाल्मीकि टाईगर रिजर्व के आदमखोर बाघ ने

अब तक 9 लोगों को शिकार बना लिया है.

मामला गोवर्धन थाना अंतर्गत बलुआ गांव की है. दो और मौत के बाद इलाके में

दहशत का माहौल है, वहीं लगातार हो रहे घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है.

गोवर्धन थाना इलाके के बलुआ गांव में बाघ के हमले में मां-बेटे की मौत हो गई है.

आक्रोशित लोगों ने वन विभाग के कर्मचारियों को बंधक बना लिया है.

वहीं, दूसरी ओर इस बाघ को जान से मारने के लिए बिहार एसटीएफ तैनात की गई है.

एक दिन पहले ही नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने बाघ को शूट करने के आदेश दिए थे.

बताया जा रहा है कि काफी संख्या में ग्रामीण और वन विभाग की टीम गन्ना के

खेत में बाघ को घेर कर खोज बीन कर रहे हैं.

जानकारी के मुताबिक बगहा के गोवर्धन थाना इलाके के बलुआ में शनिवार को

मां-बेटे का बाघ ने शिकार कर लिया. बबिता देवी नाम की महिला सुबह में

घास काटने खेत की ओर गई थी. उसके साथ उसका मासूम बच्चा भी था.

बाघ ने दोनों पर हमला किया और फिर मौत के घाट उतार दिया. उनके शव मिल गए हैं.

आदमखोर बाघ: एनटीसीए ने बाघ को मारने की दी अनुमति

आपको बताते चले कि बाघ के आतंक को देखते हुए वन विभाग के अनुरोध पर एनटीसीए ने बाघ को मारने की अनुमति दे दी है. जिसके लिए डीएम ने भी वन विभाग से बाघ को मारने के लिए पत्र दिया था. वही कल शुक्रवार को डीएफओ प्रद्युमन गौरव ने बताया कि बाघ को मारने का आदेश जारी कर दिया गया है. पैदल ट्रैकिंग कर उसका लोकेशन पता किया जाएगा, फिर उसे या तो पकड़ा जाएगा या फिर मार दिया जाएगा.

वन विभाग की टीम को नहीं मिल रही कामयाबी

वीटीआर से सटे इलाकों में बीते ढाई महीने में 7 लोगों की बाघ के हमले में मौत हो चुकी है. इस साल अब तक करीब 0 जानें जा चुकी हैं. आदमखोर बाघ को मारने की अनुमति मिलने के बाद ये कयास लगाया ही जा रहा था कि 24 से 48 घंटे के अंदर वन विभाग राहत की खबर सुनाएगी. लेकिन सारे कयास उल्टे हो गए, बाघ को मारने से पहले आदमखोर ने दो और लोगों की जान ले ली. 27 दिनों से वन विभाग की टीम 400 की संख्या में बाघ को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन कामयाबी अभी तक नहीं मिल पाई है.

बार-बार बदल रहा ठिकाना

इधर बाघ को मरने के लिए बिहार के एसटीएफ की भी तैनाती की गई है. लेकिन बाघ के बार-बार ठिकाना बदलने से काफी दिक्कतें आ रही है. वहीं आदमखोर हो चुके बाघ के खौफ से ग्रामीण दहशत में जी रहे हैं.

आदमखोर बाघ को गोली मारने के आदेश

वन अधिकारियों ने नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) से आदमखोर बाघ को शूट करने के आदेश मांगे. एनटीसीए ने तुरंत आदेश जारी कर दिए. शुक्रवार दोपहर बाद शूटिंग के आदेश मिलते ही एसटीएफ तैनात की गई, जिसमें शूटर्स, एक्सपर्ट्स और वन विभाग के कर्मचारी शामिल हैं. फिलहाल टाइगर की तलाश की जा रही है, उसे दिखते ही गोली मार दी जाएगी.

रिपोर्ट: अनिल कुमार

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