प्रबंधन ने एचईसी कमिर्यों को नो वर्क-नो पे का नोटिस थमाया

प्रबंधन ने एचईसी कमिर्यों को नो वर्क-नो पे का नोटिस थमाया

रांची: एचईसी प्रबंधन ने कर्मचारियों के आंदोलन पर कड़ा रूख अपना लिया। प्रबंधन ने एचईसी  कमिर्यों को नो वर्क-नो पे का नोटिस थमा दिया है।

इसके बाद हटिया कामगार यूनियन के उपाध्यक्ष लालदेव सिंह की अध्यक्षता में धुर्वा स्थित कार्यालय में हुई बैठक में आंदोलन में शामिल 7 में से 5 यूनियनों ने खुद को आंदोलन से अलग कर लिया।

इनमें हटिया मजदूर लोक मंच, एचईसी लिमिटेड श्रमिक कर्मचारी यूनियन, हटिया कामगार यूनियन एटक, एचईसी श्रमिक संघ व जनता मजदूर यूनियन शामिल हैं।

मंगलवार से ये लोग प्लांट के अंदर काम पर जाकर आंदोलन करेंगे। अब सिर्फ दो यूनियनें हटिया मजदूर यूनियन सिटू और एचईसी सप्लाई मजदूर संघर्ष समिति ही आंदोलन में डटी हैं।

बिमल महली ने बताया कि वर्ष 1987 में प्रबंधन ने नो वर्क-नो पे का नोटिस दिया था, तब एचईसी में ताले लटक गए थे, इसलिए सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि अब मजदूरों-कर्मियों के 18-20 माह के बकाए वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर प्लांट में काम करते हुए आवाज उठाई जाएगी, ताकि आंदोलन भी चले और काम भी प्रभावित न हो।

अब जो आंदोलनमुख्यालय के बाहर होता था, वह अब तीनों प्लांट के अंदर होगा। गौरतलब है कि मजदूरों का आंदोलन बीते 17 जनवरी को शुरू हुआ थी।

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