पटना : केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने आज एक बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय बिहार में 10 टेक्नोलॉजी सेंटर, 10 एक्सटेंशन सेंटर और 10 कॉमन फेसलिटी सेंटर खोलेगा। नवंबर में बिहार में एक टेक्नोलॉजी सेंटर गया से काम करने लगेगा। इसके लिए बिहार सरकार ने 20 एकड़ जमीन उपलब्ध करा दी है। वहीं दूसरा टेक्नोलॉजी सेंटर पूर्णिया में खुलेगा। इसके लिए बिहार सरकार से जीमन देने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के 30 केंद्र खुल जाने से बिहार के लाखों युवा को रोजगार मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री मांझी शुक्रवार को गांधी मैदान में एमएसएमई मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एमएसएमई-विकास कार्यालय, पीएम विश्वकर्मा के अंतर्गत तीन दिवसीय प्रदर्शनी सह व्यापार मेला का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश की राजनीति के सबसे बड़े चिकित्सक है जो देश के करोड़ों लोगों का नब्ज देखकर देश का विकास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेती के क्षेत्र में व निर्यात के क्षेत्र में सबसे बड़ा हिस्सा एमएसएमई का है। निर्यात के क्षेत्र में तो एमएसएमई का 46 प्रतिशत योगदान है। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों के सक्षम हुए बिना विकास संभव नहीं है। इसी को देखते हुए प्रधानमंत्री ने पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरूआत की। इस योजना के तहत 13 हजार करोड़ खर्च करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि 2047 तक देश को विकसित बनाने के लिए युवा को हुनरमंद बनाना होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी सह व्यापार मेला का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में कार्य करने वाले परम्परागत कारीगार एवं शिल्पकार बंधुओं को तकनीकी, आर्थिक एवं विपणन के दृष्टिकोण से सुदृढ़ करना है। पी एम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत 18 संकायों जैसे बढ़ई, सुनार, गुड़िया एवं खिलौना निमार्ता, नाव निमार्ता, कुम्हार, मछली पकड़ने का जाल निमार्ता, मालाकार, लोहार, मूर्तिकार, धोबी, राजमिस्त्री, म्जूता कारीगर, नाई, दर्जी, ताला बनाने वाला, अस्त्रकार, हथौड़ा, टूल कीट निमार्ता एवं टोकरी,चटाई,झाड़ू निमार्ता बुनकर में काम करने वाले चयनित लाभार्थियों को कौशल प्रशिक्षण के समय तीन हजार रुपए मानदेय एवं पांच हजार रुपए तक की टूल कीट तथा तीन लाख रुपए पांच प्रतिशत रियायत ब्याज दर पर ऋण के रूप में प्राप्त करेंगे।
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इस प्रदर्शनी में योजना से जुड़े विभिन्न कार्यालय जैसे बैंक, राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग, जनसेवा केन्द्र आदि अपने विभाग की योजनाओं एवं प्रदत सुविधाओं की जानकारी विस्तार से साझा किए। जो भी इच्छुक पीएम विश्वकर्मा बंधु इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं वे जनसेवा केन्द्र स्टॉल पर अपना पंजीकरण करा सकते हैै। उद्घाटन के पश्चात मंत्री ने पी एम विश्वकर्मा लाभार्थियों एवं स्थल धारकों को संबोधित किया एवं उनके स्टॉल पर जाकर उनकी क्षमता एवं सामर्थ्य का जायजा लिया। साथ ही उन्होंने उनके समस्याओं का निदान के लिए उनके गृह स्थान पर ही तकनीकी एवं आर्थिक सहायता तथा बाजार उपलब्ध कराने हेतु एक महत्वपूर्ण योजना का ढांचा तैयार करने का आश्वासन भी दिया। उद्घाटन के मौके पर एमएसएमई-विकास कार्यालय के संयुक्त निदेशक सीएसएस राव, निदेशक उद्योग निखिल धनराज निप्पाणीकर, निदेशक, शेखर आनंद, बीआईए के उपाध्यक्ष आशीष रोहतगी, खादी ग्रामोद्योग के हनीफ मेवाती, उद्योग भारती के श्याम सुंदर सहायक निदेशक संजीव वर्मा मौजूद थे।
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विवेक रंजन की रिपोर्ट