हजारीबाग. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के तीन जिलों को बड़ी सौगात दी है। इस दौरान मंत्री हफीजुल हसन हजारीबाग नगर निगम के कार्यालय में उपस्थित रहे। उन्होंने इस दौरान कहा कि सरकार कई योजना धरातल पर लाई है और इसका लाभ लोगों को मिल रहा है।
झारखंड में नहीं हुआ घुसपैठ- हफीजुल हसन
उन्होंने कहा कि आम जनता से मुख्यमंत्री ने जो वादा किया था, उसे पूरा किया जा रहा है। उसी मुद्दों को लेकर चुनाव में पार्टी आम जनता के पास पहुंचेगी। इस दौरान मंत्री हफीजुल हसन ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना भी साधा और कहा कि एक भी बांग्लादेशी झारखंड में नहीं आया है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा डेमोग्राफी चेंज के नाम पर सिर्फ लोगों को बरगलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि एक भी बांग्लादेशी को सामने लाया जाए, तब उनका आरोप सही होगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार बांग्लादेश को बिजली सप्लाई कर रही है। बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना को पनाह दिया गया है और झारखंड सरकार पर घूसपैठ कराने का आरोप लगाया जा रहा है।
पीएम मोदी पर हफीजुल हसन का निशाना
वहीं प्रधानमंत्री के हजारीबाग दौरे पर मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि प्रधानमंत्री सिर्फ सौगात देने की बात करते हैं और बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि झारखंड सरकार का पैसा करोड़ों रुपये केंद्र सरकार अपने पास रखी हुई है। अगर वह पैसा झारखंड सरकार को दे दिया जाता तो क्षेत्र का विकास हो पाता। इस दौरान प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि वे बताएं कि झारखंड का पैसा कब झारखंड सरकार को दिया जाएगा।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के ठीक 1 दिन पहले सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तीन जिलों में 1334.82 करोड़ की 52 योजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन और शिलान्यास किए। हजारीबाग में 24.95 करोड़ से नवनिर्मित नगर निगम भवन और 11 करोड़ 51 लाख 33 हजार रुपये की लागत राशि से निर्मित डूमर सरौनी में 5000 मिलियन टन क्षमता के कोल्ड स्टोरेज का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री हजारीबाग झील के सौंदर्याकरण का शिलान्यास करेंगे। इसकी प्राक्कलित राशि 13.97 करोड़ रुपये हैं। कुल 52 योजनाओं में हजारीबाग में तीन, रामगढ़ में एक और बाकी 1280.09 करोड़ की लागत से पुल-पुलिया, सड़क,गार्डवाल, भवन जैसी 48 योजनाएं बोकारो जिले में की गई है। वहीं रामगढ़ में 137.46 करोड़ रुपए की लागत राशि से पतरातू रेल ओवर ब्रिज का शिलान्यास हुआ।
शशांक शेखर की रिपोर्ट