रांची : पिछले दिनों दिल्ली के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती पत्रकार आकाश भार्गव का निधन हो गया था, मंगलवार को पीड़ित परिवार को मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने मुलाकात की. पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है. इस स्तंभ के संरक्षक यानी पत्रकार का जीवन चुनौतियों से भरा होता है. खुद कष्ट सहकर समाज कल्याण में प्राण न्योछावर करना पत्रकारों की पहचान है. हाल ही में एक निजी चैनल में कार्यरत पत्रकार आकाश भार्गव ने जिंदगी से जंग लड़ते लड़ते अपनी जान गंवा दी. राज्य के मंत्री मिथिलेश ठाकुर मंगलवार को उनके आवास पहुंचे. वहां उन्होंने परिजनों से मुलाकात की और इस दुख की घड़ी में उनके परिवार वालों को लेकर संवेदना प्रकट की. साथ ही परिवार को मदद की राशि भी प्रदान की.
इस कोरोनाकाल में समाज के लिए खड़े रहने वाले कई पत्रकारों ने अपनी जान गवाई लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि राज्य सरकार की ओर से ना तो उन्हें फ्रंट वारियर्स घोषित किया गया और ना ही उन्हें कोई आर्थिक मदद मिली.
रिपोर्ट : प्रतीक सिंह