रांची: नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से बड़े पैमाने पर ठगी हो रही है। रांची से संचालित प्लेसमेंट एजेंसियों का एक नेटवर्क बेरोजगार युवाओं को फंसाकर उनसे पैसे वसूल रहा है। दैनिक भास्कर को कई पीड़ितों ने इस पूरे फर्जीवाड़े की जानकारी दी है।
कैसे हो रही ठगी – जानिए 3 स्टेप में:
वाट्सएप मैसेज से संपर्क:
ठग एनएचएआई के रिक्रूटमेंट ऑफिसर बनकर वाट्सएप पर बेरोजगार युवाओं से संपर्क करते हैं। उन्हें सुपरवाइजर, अकाउंटेंट और रिसेप्शनिस्ट जैसे पदों पर नौकरी का ऑफर दिया जाता है।क्यूआर कोड भेजकर पैसे की मांग:
योग्यता के रूप में इंटरमीडिएट पास मांगा जाता है और वेतन 23 से 27 हजार रुपए तक बताया जाता है। भर्ती प्रक्रिया के नाम पर मेडिकल टेस्ट और अन्य खर्चों के लिए क्यूआर कोड भेजकर 1860 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक मांगे जाते हैं।पैसे मिलते ही चैट डिलीट, नंबर ब्लॉक:
जैसे ही पैसा ट्रांसफर होता है, वाट्सएप चैट डिलीट कर दी जाती है और संबंधित नंबर ब्लॉक कर दिया जाता है।
युवा क्यों बन रहे हैं शिकार?
एनएचएआई जैसी प्रतिष्ठित एजेंसियों के नाम का इस्तेमाल कर ठग भरोसा जीतते हैं। आकर्षक वेतन, पीएफ, मेडिकल और फ्यूल अलाउंस जैसी सुविधाएं भी युवाओं को झांसे में लेने का जरिया बन रही हैं।
सिटी एसपी का बयान:
सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने कहा कि यदि किसी भी पीड़ित की ओर से शिकायत दर्ज कराई जाती है तो उस पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। अभी तक इस तरह की ठगी की कोई आधिकारिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
सावधानी बरतें:
युवाओं को सलाह दी गई है कि किसी भी नौकरी के ऑफर को लेकर बिना आधिकारिक पुष्टि के पैसे ट्रांसफर न करें और फर्जी भर्ती एजेंसियों से सावधान रहें।