औरंगाबाद : औरंगाबाद पुलिस ने हत्याकांड का गुत्थी सुलझा दिया है. व्यवसायी को कर्ज ना लौटाने के विवाद में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना क्षेत्र में व्यवसायी की अपहरण के बाद हत्या मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दिया है. जहां 50 लाख रुपये के लिए हत्या करने वाले मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपी ने मामले में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की है और अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है. पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि 2016 में एक करोड़ का लोन लिया था. जिसमें से 50 लाख रुपये व्यवसायी ने उससे लिया था. लेकिन बार-बार मांगने के बावजूद व्यवसायी उसे पैसे नहीं लौटा रहा था. इसी क्रम में लाठी डंडे से पीट-पीटकर व्यवसायी की हत्या कर दी गई थी और बालू से भरे प्लास्टिक बैग में भरकर नदी में फेंक दिया था.
अभियुक्त ने यह भी स्वीकार किया है कि मृतक के कपड़े भी शरीर से उतार दिये थे ताकि उसकी शिनाख्त न हो सके. जानकारी के अनुसार हत्या के बाद दाउदनगर थाना क्षेत्र के ममरेजपुर गांव निवासी कृष्णा मेहता का शव जम्होर थाना क्षेत्र के पुनपुन नदी से बरामद किया गया था. इसमें मृतक की पत्नी ने प्राथमिकी ओबरा थाने में दर्ज कराई थी.
एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि दाउदनगर थाना क्षेत्र के व्यवसायी वर्तमान में ओबरा में ही रहकर व्यवसाय करता था. ओबरा थाना क्षेत्र के देवकली गांव निवासी अभियुक्त शिवपूजन मेहता को गिरफ्तार करते हुए कांड का उद्भेदन कर दिया गया है. इस कांड में अभियुक्त ने अपना संलिप्तता स्वीकार की है.
एसडीपीओ ने बताया कि पूछताछ में उसने बताया कि इस घटना में तीन चार लोगों की और संलिप्तता है. अभियुक्त के निशानदेही पर आगे की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस घटना के उद्भेदन करने में थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी के साथ कई पुलिस पदाधिकारियों को लगाया गया था.
रिपोर्ट : दीनानाथ