रांची : 15 लाख का इनामी नक्सली अमन गंझू ने बुधवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. राजधानी रांची के हरमू स्थित प्रक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में झारखंड पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के वरीय अधिकारियों के समक्ष अमन गंझू ने हथियार के साथ आत्मसमर्पण किया.
इनामी नक्सली: ‘नई दिशा एक नई पहल’ के तहत किया आत्मसमर्पण
इनामी नक्सली अमन गंझू झारखंड के लातेहार, लोहरदगा और गुमला जिले में सक्रिय था. झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली अमन गंझू ने पुलिस और सीआरपीएफ के समक्ष हथियार डाल दिया. उन्होंने ‘नई दिशा एक नई पहल’ के तहत आत्मसमर्पण किया.
औरंगाबाद के ढिबरा का रहने वाला है अमन गंझू
15 लाख का इनामी नक्सली अमन गंझू बिहार के औरंगाबाद के ढिबरा का रहने वाला है. 8 फरवरी 2022 को लातेहार के बुल बुल जंगलों में पुलिस ने डबल बुल ऑपेरशन चला कर नक्सलियों को बड़ा नुकसान पहुंचाया था. अमन गंझू लातेहार, लोहरदगा और गुमला जिले में सक्रिय था. इस दौरान अमन ने कई बड़े वारदात को अंजाम दे चुका है. लेकिन पुलिस की दबिश बढ़ता देख नक्सली अमन आत्मसमर्पण किया है.
इनामी नक्सली: झारखंड में नक्सलियों की टूटी कमर
15 लाख के इनामी नक्सली अमन गंझू की गिरफ्तारी से नक्सलियों की झारखंड में कमर टूट गई है. लगातार एक के बाद एक बड़े नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं या वे मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं.
नक्सलियों के खिलाफ लगातार जारी रहेगा अभियान
गौरतलब है कि झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. एक ओर जहां सीधी लड़ाई में नक्सलियों के सफाए का लक्ष्य रखा गया है तो वहीं सरकार को आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत नक्सलियों को मुख्यधारा से जुड़ने का मौका दिया जा रहा है. सितंबर महीने से झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ को नक्सलमुक्त बनाने के लिए ऑपरेशन ऑक्टोपस लांच किया गया. इस दौरान बूढ़ा पहाड़ को ना केवल आजाद कराया गया बल्कि झालुडेरा, लातेहार के तिसिआ और नावाटोली सहित छत्तीसगढ़ के पुंदाग में सुरक्षाबलों का कैंप स्थापित किया गया है.
रिपोर्ट: शाहनवाज