Desk. एनसीईआरटी जल्द ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर आधारित एक विशेष शैक्षणिक मॉड्यूल उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं के लिए लॉन्च करने जा रहा है। यह मॉड्यूल पहलगेाम, जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारत की सैन्य प्रतिक्रिया को समर्पित होगा। जानकारी के अनुसार, यह मॉड्यूल अपने अंतिम चरण में है और जल्द ही जारी किया जा सकता है।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत सरकार द्वारा 7 मई 2025 को की गई एक सटीक सैन्य कार्रवाई थी। यह हमला 27 अप्रैल को पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के प्रति उत्तर में किया गया था। ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और कई ढांचों को ध्वस्त किया। यह अभियान भारत की आतंकवाद विरोधी नीति और सैन्य रणनीति का प्रमुख उदाहरण बना।
क्या होगा इस मॉड्यूल में?
बताया जा रहा है कि यह मॉड्यूल सामान्य पाठ्यपुस्तकों की तरह नहीं होगा, बल्कि यह एक स्वतंत्र केस स्टडी के रूप में तैयार किया गया है। इसमें छात्रों को बताया जाएगा कि राष्ट्र आतंकवादी खतरों पर किस प्रकार रणनीतिक प्रतिक्रिया देता है, रक्षा, कूटनीति और विभिन्न मंत्रालयों के बीच समन्वय की भूमिका क्या होती है, आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के पीछे निर्णय लेने की प्रक्रिया कैसी होती है, तथा ऐसी कार्रवाइयों के क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव क्या होते हैं।
मॉड्यूल पहले उच्च कक्षाओं के लिए
फिलहाल यह मॉड्यूल केवल उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं (कक्षा 11-12) के लिए तैयार किया जा रहा है। हालांकि, एनसीईआरटी बाद में इसे मिडिल स्कूल यानी कक्षा 6-8 के विद्यार्थियों के लिए भी उपयुक्त रूप में प्रस्तुत कर सकता है। गौरतलब है कि संसद के मानसून सत्र में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा प्रस्तावित है।
नई पाठ्यपुस्तकों और शिक्षा नीति के तहत बदलाव
यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2023 (NCF 2023) के तहत एनसीईआरटी के साक्ष्य आधारित, अनुभवात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने वाले प्रयासों का हिस्सा है। हाल ही में कक्षा 6 और 8 के लिए नई पाठ्यपुस्तकें (अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत आदि) और ‘कौशल बोध’ नामक व्यावसायिक शिक्षा की पुस्तकें जारी की गई थीं।
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