नीरा यादव ने झारखंड विधानसभा में कहा कि कोर्ट से दोषी ठहराए बिना किसी को अपराधी कहना गलत है। भाजपा ने रिम्स-2 जमीन और CBI जांच पर सरकार से जवाब मांगा।
रांची: झारखंड विधानसभा में मंगलवार को हंगामे के बीच भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री नीरा यादव ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जब तक कोर्ट किसी को दोषी न ठहराए, तब तक किसी को अपराधी कहना गलत है। इस दौरान उन्होंने हेमलाल मुर्मू के बयान पर भी आपत्ति जताई और सवाल उठाया कि क्या वे अदालत के जज हैं, जो किसी को अपराधी कह सकते हैं?
कोर्ट ही तय करेगा कौन दोषी
नीरा यादव ने सदन में कहा, “जब तक न्यायालय किसी को अपराधी घोषित नहीं करता, तब तक उसे अपराधी कहना अनुचित है। सरकार के प्रतिनिधियों को इस तरह का बयान देने का कोई अधिकार नहीं है। केस तो कई नेताओं पर हुए हैं, लेकिन जब तक कोर्ट सजा नहीं देता, किसी को अपराधी नहीं कहा जा सकता।”

Key Highlights:
नीरा यादव ने कहा, कोर्ट से दोषी ठहराए बिना किसी को अपराधी कहना गलत है।
उन्होंने पूछा कि क्या हेमलाल मुर्मू को जजमेंट देने का अधिकार है।
भाजपा ने रिम्स-2 की जमीन और CBI जांच पर सरकार से जवाब मांगा।
नीरा यादव ने कहा, सदन नहीं चलाना चाहती सरकार, जवाब देने से भाग रही है।
आदिवासी कार्ड के आरोप पर बोलीं– “हम भी झारखंडी हैं, गलत का विरोध करेंगे।”
रिम्स-2 जमीन और CBI जांच पर सरकार को घेरा
भाजपा विधायकों ने सदन में रिम्स-2 की प्रस्तावित जमीन और कई मामलों की CBI जांच की मांग उठाई। नीरा यादव ने आरोप लगाया कि सरकार इन मुद्दों पर जवाब देने से लगातार बच रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सुबह से केवल दो सवालों पर सरकार से जवाब चाहता था, लेकिन सरकार ने जानबूझकर सदन नहीं चलने दिया।
आदिवासी कार्ड” पर तीखा पलटवार
नीरा यादव ने आदिवासी कार्ड खेले जाने के आरोप पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “क्या हम झारखंडी नहीं हैं? क्या हमें आदिवासियों की पीड़ा समझने और उनकी आवाज उठाने का अधिकार नहीं है? जनता हमें इसलिए चुनकर भेजी है कि हम अन्याय और गलत निर्णयों का विरोध करें। हम किसी भी गलत नीति का समर्थन नहीं करेंगे, चाहे वह किसी भी वर्ग से जुड़ा हो।”
भाजपा का रुख साफ: सच के लिए लड़ाई जारी
भाजपा विधायकों ने सदन में स्पष्ट किया कि वे केवल जवाब चाहते हैं और जनता की आवाज उठाते रहेंगे। नीरा यादव ने कहा कि विपक्ष गलत का साथ कभी नहीं देगा और सच के लिए लड़ाई लड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सदन को चलाना ही नहीं चाहती और मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए विपक्ष पर झूठे आरोप लगा रही है।
झारखंड विधानसभा में हुए इस तीखे हंगामे ने एक बार फिर विपक्ष और सरकार के टकराव को उजागर कर दिया है। नीरा यादव का यह बयान न केवल सदन में गूंजा, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार रिम्स-2 और CBI जांच से जुड़े सवालों पर कब तक चुप्पी साधे रहती है।
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