रांची: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक करोड़ के इनामी नक्सली पोलित ब्यूरो सदस्य मिसिर बेसरा, 25 लाख के इनामी स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य अजय महतो उर्फ बुधराम, अपटन, राजेश देवगम और मुठभेड़ में मारे गए कांडे उर्फ दिरिसुम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। यह कदम झारखंड में टेरर फंडिंग से संबंधित मामलों की जांच के तहत उठाया गया है।
एनआईए की रांची शाखा ने इस साल की दूसरी प्राथमिकी दर्ज की है, जो पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र में 24 मार्च 2024 को दर्ज किए गए केस से संबंधित है। एनआईए ने 29 जुलाई 2024 को इस मामले को टेकओवर करते हुए प्राथमिकी दर्ज की। पूरा मामला हुसिपी और राजाबासा गांवों के बीच जंगल में 10 लाख 50 हजार रुपए और अन्य सामानों की बरामदगी से जुड़ा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्ष 2023 में पश्चिम सिंहभूम के टोंटो थाना क्षेत्र से नक्सली राजेश देवगम की गिरफ्तारी के बाद उसकी पूछताछ में कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए। उसकी निशानदेही पर 23 मार्च 2024 को टोंटो पुलिस और सीआरपीएफ की क्विक रिस्पांस टीम ने हुसिपी और राजाबासा गांवों के बीच जंगल में एक पहाड़ी के पास 10.50 लाख रुपए और अन्य सामानों की बरामदगी की।
इस मामले में एनआईए की कार्रवाई से नक्सली नेटवर्क और उनकी फंडिंग के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, जो क्षेत्र में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को प्रभावित कर रहे हैं।