Dhanbad: अवैध कोयला खनन एक बार फिर जानलेवा साबित हुआ है। निरसा के पंचेत ओपी क्षेत्र अंतर्गत कारगिल, खैरकीयारी और लिचूबाद इलाकों में अवैध खानन के दौरान कुआंनुमा चाल धसने से बड़ा हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि ब्लास्टिंग के कारण पास की नदी का पानी अचानक उस खदान में घुस गया, जिससे 5 से 7 मजदूर फंस गए। जानकारी के अनुसार एक मजदूर की मौत हुई है, हालांकि प्रशासन की ओर से अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
अवैध कोयला कारोबारियों में में मची हड़कंप :
घटना के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में लंबे समय से अवैध कोयला खनन का खेल चल रहा है, जिसमें कई स्थानीय और बाहरी गिरोह सक्रिय हैं। हादसे के बाद अवैध कोयला कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है। स्थानीय लोग अब प्रशासन से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
कारगिल क्षेत्र जो कभी देश की सुरक्षा के प्रतीक स्थल के नाम से जाना जाता था। अब अवैध कोयला खनन का अड्डा बन चुका है। यहां लुचीबाग, जामदेही और खैरकीयारी में बड़े पैमाने पर कोयले की अवैध खुदाई जारी है। स्थानीयों ने बताया कि इस अवैध कारोबार में कुछ प्रभावशाली लोगों का भी हाथ है, जिनकी मिलीभगत से यह काम खुलेआम चल रहा है।
प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप :
स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि प्रशासन की नाक के नीचे यह खनन जारी है। जबकि बार-बार हादसे होने के बावजूद ठोस कार्रवाई नहीं की जाती। कुछ महीने पहले लुचीबाग में भी इसी तरह की घटना में मजदूरों की जान गई थी।इस मामले पर भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि झारखंड में अवैध खनन सरकार की शह पर फलफूल रहा है और प्रशासन ऐसे मामलों पर आंख मूंदे बैठा है।
रिपोर्ट : आजाद अंसारी
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