रांची : डोरंडा स्थित जैप-1 में नवरात्रि के सातवें दिन जवानों ने बंदूकों से फायरिंग कर देवी मां को सलामी दी. सलामी देने के बाद शोभा यात्रा निकाली गई. इसके बाद वृक्षों की पूजा की गई. बता दें कि हर साल हथियारों से फायरिंग की जाती है इसके बाद पूजा की शुरूआत होती है. जैप-1 के जवान नवरात्रि में अपने हथियारों की विशेष पूजा करते हैं. जैप में नौ दिन विशेष पूजा की जाती है.
कोरोना को लेकर सरकार के द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत पूजा की जा रही है हालांकि हर वर्ष काफी भीड़ होती थी लेकिन पूजा को लेकर उत्साह में कोई कमी नही है. पुजारी की माने तो यहां 1880 से पूजा की जाती है और हर वर्ष शोभा यात्रा सप्तमी के दिन निकाली जाती है. इस दौरान पालकी में मां विराजमान रहती है और अलग-अलग जगहों पर विभिन्न पेड़ो की पूजा की जाती है, और बंदूक से सलामी दी जाती है. उसके बाद बेल बरन कर शोभा यात्रा की समापन की जाती है.
स्थानीय लोगों की माने तो दुर्गा पूजा का सबों को सालों भर इंतजार रहता है सभी लोग उत्साह के साथ इस शोभा यात्रा में शामिल होते हैं, और मां की आराधना करते हैं. जैप परिसर में रहने वाले सभी जवानों के घर में प्रसाद भेजा जाता है.
रिपोर्ट : मदन सिंह