रांची: झारख्रंड राजधानी रांची में ठगी के मामलों की रफ्तार थम नहीं रही है। एक ही दिन तीन बड़े साइबर और व्यवसायिक ठगी के मामले सामने आए हैं, जिनमें कुल ठगी की राशि करीब 97.65 लाख रुपए है।
महिला कारोबारी से 85 लाख की धोखाधड़ी, दवा आपूर्ति के नाम पर फंसाया जाल
कोतवाली थाना क्षेत्र में रहने वाली महिला उद्यमी स्मिता जालान ने तीन व्यक्तियों के खिलाफ 85 लाख रुपए की ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, अक्टूबर 2023 में विजय ढेरे और अवधेश कुमार नामक व्यक्ति उनके कार्यालय आए और खुद को PSI India Pvt. Ltd. का प्रतिनिधि बताया।
उन्होंने झारखंड और बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा बताते हुए दवा आपूर्ति के लिए एडवांस में 85 लाख रुपए मांगे। स्मिता ने उनके कहने पर अरिहंत ड्रग हाउस, वाराणसी को माल भेजा।
जब महीनों तक कोई सरकारी आदेश नहीं आया, तो 20 अप्रैल 2024 को माल वापस मंगवाया गया और दोनों ने कहा कि 60 दिन में पैसे वापस कर देंगे, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ। आरोप है कि खाते को भी बंद कर दिया गया है और आरोपी फरार हैं।
पानी बिल अपडेट के नाम पर साइबर ठगी, 8.63 लाख खाते से उड़ाए
अंकुर माहेश्वरी, निवासी रांची, से नगर निगम के नाम पर एक लिंक भेजकर फाइल डाउनलोड कराई गई। फाइल का नाम Water Bill Update No-26.apk था। डाउनलोड करते ही पांच बार में कुल 8.63 लाख रुपए खाते से निकाल लिए गए।
अंकुर ने साइबर थाना में मामला दर्ज कराते हुए बताया कि यह सब नगर निगम की ओर से भेजे गए फर्जी मैसेज और कॉल से हुआ।
सरकारी अफसर बनकर 4.02 लाख ठगे, सुप्रीम कोर्ट का डर दिखाया
एचईसी सेक्टर-3 निवासी युगेश्वर पंडित से मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने और सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित बताकर एक व्यक्ति ने खुद को सरकारी अफसर बताया और 4.02 लाख रुपए ठग लिए। पीड़ित ने बताया कि वह डर गया और तुरंत पैसे ट्रांसफर कर दिए। मामला साइबर थाना में दर्ज किया गया है।
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