नई दिल्ली : Palamu MP BD Ram ने PM Modi से मुलाकात कर विकास पर की चर्चा- पलामू
Highlights
सांसद विष्णु दयाल राम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की.
उन्होंने झारखंड राज्य सहित पलामू संसदीय क्षेत्र के सर्वांगीण विकास पर चर्चा की.
उन्होंने प्रधानमंत्री को श्री बंशीधर नगर मंदिर की प्रतिमा भेंट की,
एवं मंदिर के ऐतिहासिक महत्व के बारे में बताया.
सांसद ने पीएम को श्री बंशीधर नगर मंदिर आने के लिए आमंत्रित किया.
सांसद बीडी राम ने प्रधानमंत्री से कहा कि जिस संसदीय क्षेत्र का मैं प्रतिनिधित्व करता हूं,
उसके दोनों जिले आकांक्षी जिलों की श्रेणी में आते हैं.
जब से ये आकांक्षी जिले घोषित हुए हैं, निश्चित रूप से
प्रशासन ज्यादा संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रहा है.
डीसी और डीडीसी का जिले के विभिन्न प्रखंडों में दौरा हो रहा है. जनता की समस्याएं उनके द्वारा सुनी जा रही हैं. उनकी समस्या दूर करने का प्रयत्न किया जा रहा है.
पलायन सबसे बड़ी समस्या
उन्होंने कहा कि मेरे क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या पलायनवाद की है. मेरे क्षेत्र में एक सीमेंट फैक्ट्री थी वह बंद हो गयी और उसके खुलने की कोई संभावना भी नहीं है. हालांकि उसकी जगह दूसरी कम्पनियों के द्वारा वहां सीमेंट प्लांट लगाया जा सकता है, क्योंकि इसके लिए Raw Material एवं अन्य जरूरत की चीजें उपलब्ध है. इसके अलावा रेलवे द्वारा या अन्य मंत्रालयों द्वारा एक्सिल बनाने की फैक्ट्री या अन्य कोई फैक्ट्री लगायी जाय, तो काफी बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल जाएगा और काफी हद तक पलायन की समस्या भी दूर हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि जिस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की बागडोर सम्भाली थी, उस वक्त देश में निराशा का वातावरण था. असमंजसता की स्थिति थी एवं सरकार के स्तर पर निर्णय लेने की क्षमता/सार्मथ्य समाप्त हो चुका था. उस वक्त पीएम मोदी ने देश को नई दिशा देने का कार्य प्रारंभ किया और देश के सर्वांगीण विकास की बात कही. उन्होंने देश को शरीर के विभिन्न अंगों से तुलना की और कहा कि शरीर की एक भुजा यदि कमजोर है एवं दूसरी मजबूत तो शरीर का संतुलित एवं सर्वांगीण विकास नहीं होगा और यही स्थिति उस वक्त देश की थी.
झारखंड का अभी तक नहीं हो सकी प्रगति
बीडी राम ने कहा कि पीएम मोदी ने उत्तर-पूर्व के राज्यों पर विशेष रूप से फोकस किया. DoNER मंत्रालय की स्थापना की और आज उत्तर-पूर्व के राज्य चाहे वह मिजोरम, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, अरूणाचल प्रदेश, नागालैंड हो या असम हो सभी प्रगति के पथ पर चल पड़ा है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में बिहार से अलग होकर झारखंड बना, उत्तर प्रदेश से अलग होकर उतराखंड एवं मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ बना है. सबसे दुखद बात यह है कि छत्तीसगढ़ एवं उत्तराखंड ने तो काफी हद तक प्रगति की है परन्तु झारखंड की उतनी प्रगति नहीं हो सकी जितनी अपेक्षित थी. झारखंड शरीर की एक कमजोर भुजा बनकर रह गया है.