लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही बिहार में सियासी भूचाल भी आ गया है। नेता अपने मन मुताबिक सीट पाने के लिए दल बदलने लगे हैं और टिकट के दावेदार अपनी दावेदारी दिखाने की होड़ में लगे हुए हैं। इसके साथ सभी दल अपने गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर भी ताबड़तोड़ बैठक और बातचीत कर रहे हैं। बिहार में एनडीए ने अपनी सीट शेयरिंग पर बात फाइनल करते हुए सीटों की घोषणा भी कर दी है।
बिहार में एनडीए में भाजपा और जदयू के अलावा चिराग पासवान की लोजपा को पांच, जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को एक एक सीट दी लेकिन पारस के हाथ एक भी सीट नहीं आ सका। इससे नाराज होकर पशुपति पारस ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।
अब कयास लगाया जा रहा है कि शायद पशुपति पारस राजद के साथ जायेंगे। लेकिन इस बीच एक खबर आ रही है कि पशुपति पारस के अपने भी अब साथ छोड़ने लगे हैं। वैशाली के सांसद वीना देवी और खगड़िया से सांसद महबूब अली कैसर पहले ही पाला बदल कर चिराग के साथ हो लिए वहीं आज पारस के खासमखास कहे जाने वाले पूर्व सांसद सूरजभान सिंह ने भी साथ छोड़ दिया। सूरजभान के साथ ही उनके भाई एवं नवादा से सांसद चंदन सिंह ने भी पशुपति पारस से बना ली है।
पशुपति पारस मंत्री पद से जब इस्तीफा देकर प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे उस वक्त उनके साथ न तो सुरजभान सिंह दिखे न ही चंदन सिंह और प्रिंस पासवान। जबकि यह पहले से घोषित था कि प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सुरजभान सिंह और प्रिंस पासवान पारस के साथ रहेंगे।