विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गये पटना नगर निगमकर्मी
पटना :पटना नगर निगमकर्मी हड़ताल पर – 8 हजार रुपए से हम महीने भर घर कैसे चलाएंगे तेजस्वी भैया.
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ये बातें पटना नगर निगम के कर्मी बिहार के उप मुख्यमंत्री से पूछ रहे हैं.
जिनके ऊपर शहर की साफ-सफाई का जिम्मा होता है उन्हीं लोगों को बढ़ती महंगाई के बीच
सिर्फ आठ हजार रुपए मिल रहा है. आखिर हमलोगों का परिवार इस पैसे से कैसे चलाएंगे.
इन्हीं मांगों को लेकर निगम कर्मियों ने कामकाज ठप कर दिया है.
पटना नगर निगमकर्मी हड़ताल पर – आगजनी कर दर्ज कराया विरोध
समान काम का समान वेतन, स्थाई करने और आउटसोर्सिंग को समाप्त करने की मांग को लेकर
पटना नगर निगम कर्मी ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है.
पटना नगर निगम के नूतन अंचल कार्यालय के बाहर निगम कर्मियों ने आगजनी कर अपना विरोध दर्ज किया.
निगम कर्मियों का स्पष्ट कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी हड़ताल जारी रहेगी.

सभी कर्मचारी दैनिक सफाई का कामकाज पूरी तरह से ठप रखेंगे- चंद्रप्रकाश
समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश ने कहा कि निगम का रवैया मनमाना है.
यदि स्ट्राइक पर जाने और काम पूरी तरीके से ठप कर दिये जाने की सूचना निगम प्रशासन को दी गई है
तो मामले की गंभीरता को समझते हुए बातचीत के लिए बुलाया जाना चाहिए था.
यह नहीं हुआ. पहले से जो लंबित मांगें हैं उसके विचारार्थ भी कुछ नहीं किया गया है.
अनिश्चितकालीन हड़ताल का नेतृत्व कर रहे चंद्रप्रकाश ने बताया कि सभी कर्मचारी दैनिक सफाई का
कामकाज पूरी तरह से ठप रखेंगे और अपनी एकजुटता का परिचय देंगे.
इसलिए डोर-टू-डोर कचरा का उठाव नहीं किया जाएगा.
साथ ही सड़कों की दैनिक कर्मचारियों के द्वारा सड़कों की सफाई, कूड़ा प्वाइंट तक कूड़ा पहुंचाने
समेत सभी कार्य ठप रखने की जानकारी दी गई है. इससे आम जन बेहद प्रभावित होंगे.
पटना नगर निगमकर्मी हड़ताल पर – कर्मचारियों के साथ भेदभाव का आरोप
पटना नगर निगम संयुक्त कर्मचारी समन्वय समिति की ओर से चंद्रप्रकाश कर्मचारियों के स्ट्राइक का नेतृत्व कर रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि निगम के पदाधिकारियों का वेतन हर साल बढ़ता है
जबकि निगम कर्मचारी का साढ़े तीन साल में एक बार बढ़ा है. वह भी संतोषजनक नहीं है. यह भेदभावपूर्ण रवैया है.
जानकारी हो कि फरवरी, 2022 में निगम प्रशासन ने स्थाई समिति की बैठक में दैनिक सफाई कर्मियों के
पारिश्रमिक में 50 रुपये की वृद्धि की थी. लेकिन समन्वय समिति की ओर से चंद्रप्रकाश ने इसपर विरोध जताया.
उन्होंने यह भी कहा कि पटना को स्मार्ट सिटी बनाने और दिखाने में निगम के सफाई कर्मचारियों का अहम योगदान रहा है. लेकिन निगम प्रशासन की ओर से इसके लिए समुचित प्रोत्साहन आदि का भी अभाव है.
पटना नगर निगम प्रशासन सख्त
इस मामले पर पटना नगर निगम प्रशासन ने सख्त रूख अख्तियार किया है. निगम प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को सुचारू तरीके से चलाया जाएगा. पटना नगर निगम क्षेत्र के सफाई कर्मियों को पटना नगर निगम द्वारा यह सूचना पूर्व में भी दी जा चुकी है कि वह संगठन द्वारा आयोजित हड़ताल का बहिष्कार करें.
रिपोर्ट: प्रणव राज