पलामू : गैंगवार – झारखंड के पतरातू इलाके के कुख्यात अपराधी भरत पांडेय उर्फ भरत सिंह और उसका सहयोगी दीपक साव रविवार रात को पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव में गैंगवार के दौरान मारे गए। अपराधियों ने दोनों को अंधाधुंध फायरिंग करके हत्या कर दी।
घटना उस समय हुई जब दोनों गरदा गांव में अजय सिंह के घर में सो रहे थे। अचानक, अपराधियों ने घर पर हमला किया और गोलियां चला दीं, जिससे भरत पांडेय और दीपक साव की मौके पर ही मौत हो गई। गोलीबारी में दो अन्य लोग, अंशु सिंह और महावीर सिंह, घायल हो गए। दोनों का इलाज मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चल रहा है, और उनकी हालत अब खतरे से बाहर है।
गैंगवार :
भरत पांडेय ने कुख्यात पांडेय गैंग से अलग होकर अपना अलग गिरोह बना लिया था और 31 दिसंबर को अपने मौसा अजय सिंह के घर गरदा गांव पहुंचा था। तभी से वह और दीपक साव वहां ठहरे हुए थे। रविवार रात करीब 11 बजे आधा दर्जन अपराधी मौके पर पहुंचे और गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
अपराधियों को यह पूरी जानकारी थी कि दोनों किस कमरे में सो रहे थे। गोलीबारी में घायल हुए अंशु सिंह ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि भरत पांडेय और दीपक साव अपराधी हैं। पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने सोमवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने घटनास्थल से 25 से अधिक खोखे बरामद किए हैं।