डिजिटल डेस्क : Kashmir में भी अब लोग ले रहे नाइट लाइफ का आनंद, बोले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा। जम्मू Kashmir के उपराज्यपाल ने जम्मू और कश्मीर में धारा 370 के हटने के बाद से अब तक में आए बदलावों पर खुलकर बात करते हुए एक राष्ट्रीय हिंदी दैनिक को दिए साक्षात्कार में कई अहम मुद्दों पर अपनी अहम टिप्पणी की है।
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने इसी साक्षात्कार में कहा है कि Kashmir में भी अब लोग नाइट लाइफ का आनंद ले रहे हैं। लाल चौक, झेलम रिवर फ्रंट पर चहल-पहल रहती है। आम आदमी अपनी मर्जी से जम्मू Kashmir में जाने लगा है। पूरे जम्मू Kashmir में बदलाव साफ-साफ दिख रहा है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बोले – विकास ने बदली जम्मू Kashmir की फिजां…
राष्ट्रीय हिंदी दैनिक को दिए विशेष साक्षात्कार में जम्मू Kashmir के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि धारा 370 के हटने के बाद से जम्मू Kashmir तेजी से आमजन की बेहतरी से जुड़े विकास कार्य तेजी से हुए। उससे से हालात में तेजी से बदलाव हुआ। इन्हीं विकास कार्यों ने देखते ही देखते जम्मू Kashmir की फिजां बदल दी है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि – ‘…किसी भी क्षेत्र के विकास में कनेक्टिविटी की बड़ी भूमिका होती है। रेल, रोड, एयर, डिजिटल, वाटर…ये कनेक्टिविटी के मुख्य साधन है। इस डर में रहने की जरूरत नहीं है कि जम्मू का क्या होगा।
…कोई जू देखने आता है, कोई सुचेतगढ़ बॉर्डर जाना चाहता है। कोशिश होनी चाहिए कि जम्मू में इस तरह के और भी प्रयास हों, ताकि लोग बड़ी संख्या में आएं। नए इंफ्रास्ट्रक्चर से विकास होता है। कारोबार को गति मिलती है। नौकरी के अवसर बढ़ते है। गुणवत्ता बढ़ती है’।
उपराज्यपाल का दावा – जम्मू Kashmir में बदले हालात से हो रहा पाकिस्तान के पेट में दर्द…
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसी साक्षात्कार में आतंकी गतिविधियों पर भी अपनी बात खुलकर की। उपराज्यपाल ने कहा कि – ‘आतंकी वारदात में 70 फीसदी कमी आई है। आतंकियों का सफाया करने में ही नहीं, बल्कि इसके पूरे इकोसिस्टम को समाप्त करने में काफी हद तक सफलता मिली है। आतंकियों का लोकल रिक्रूटमेंट आज की तारीख में सबसे कम है।
…नारको टेररिज्म जरूर नई चुनौती बना है, पर इसे समाप्त करने में प्रधानमंत्री, विशेष रूप से गृह मंत्री काफी रुचि लेते हैं। जीरो टालरेंस की नीति अपनाई गई है। पिछले चार-साढ़े चार सालों में आतंकी हमलों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है। इस वर्ष कुछ घटनाएं हुई हैं, पर समग्रता में देखें, तो वर्ष दर वर्ष आतंकी वारदात में कमी आई है।
…जम्मू-कश्मीर में लंबे समय तक शांति रहती है तो पड़ोसी देश के पेट में दर्द होने लगता है। पाकिस्तान की वजह से यहां घुसपैठ बढ़ती है, लेकिन, पुलिस-प्रशासन और सेना में तालमेल अच्छा है। इंटेलीजेंस एजेंसियां समन्वय से काम कर रही हैं’।
जम्मू Kashmir को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने पर भी उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बेबाक जवाब…
इसी क्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू Kashmir को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने पर भी इसी साक्षात्कार में अपनी बात बड़ी बेबाकी से रखी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि – ‘…कैबिनेट का जो प्रस्ताव था, वह बहुत साधारण था। उसमें कैबिनेट ने मुख्यमंत्री को अधिकृत किया था कि वह पूर्ण राज्य के दर्जा बहाली को लेकर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व भारत सरकार के प्रतिनिधियों से बात करेंगे। पूर्ण राज्य के दर्जे को लेकर गृहमंत्री कह चुके हैं।
…प्रधानमंत्री भी श्रीनगर की सभा में कह चुके हैं। ऐसे में यदि प्रस्ताव मेरे सामने आया, तो मैंने सिफारिश कर दी। मुझे लगता है कि जिस मुद्दे पर (अनुच्छेद-370 को लेकर) देश की संसद मुहर लगा चुकी है, उस पर मैं कुछ नहीं कहूंगा’।