लोगों ने आंध्रप्रदेश और बिहार से आए ईसाई मिशनरियों को पकड़ा और पुलिस को सौंप

Garhwa : ईसाई मिशनरियों को पकड़ा – बुधवार की सुबह, गढ़वा शहर के टंडवा मोहल्ले के लोगों ने आंध्रप्रदेश और बिहार से आए ईसाई मिशनरियों को पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया। पुलिस मौजूदा तथाकथित अभियानकर्ताओं की जांच कर रही है। करीब 60 लोगों का कहना है कि वे गढ़वा में मतांतरण कराने के लिए अन्य राज्यों से आए हैं।

ये लोग शहर के विभिन्न क्षेत्रों में ठहरे हुए हैं और महिलाएं भी इस टीम का हिस्सा हैं। एक व्यक्ति, जिसका नाम जी राजू है, खुद को सीआरपीएफ का जवान बता रहा है और उत्तर प्रदेश के रामपुर में ड्यूटी होने का दावा कर रहा है। उसके पास एक बड़ी मात्रा में यीशु मसीह से संबंधित धार्मिक पुस्तकें बरामद की गई हैं। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है और वर्तमान में किसी बयान को परहेज़ कर रही है।

लोगों ने आंध्रप्रदेश और बिहार से आए ईसाई मिशनरियों को पकड़ा और पुलिस को सौंप

ईसाई मिशनरियों को पकड़ा

गढ़वा शहर के टंडवा मोहल्ले के कुछ ग्रामीणों ने पुलिस स्टेशन में आवेदन करके आरोप लगाया है कि उन्हें जागरूकता और टीकाकरण के माध्यम से मतांतरण कराने का प्रयास किया जा रहा है। इस घटना के बाद लोगों के बीच आक्रोश दिखाई दे रहा है। ज्यादातर गिरफ्तार लोग गुंटुर जिले, आंध्रप्रदेश और मुंगेर जिले, बिहार के निवासी हैं।

इसके सरगना के रूप में आशुतोष आनंद बताया जा रहा है, जो गढ़वा के टंडवा मोहल्ले में रहते हैं और ईसाई धर्म के प्रचार के साथ-साथ मतांतरण कार्य कर रहे हैं। उनका परिवार भी वहीं रहता है और वे पिछले छह सालों से गढ़वा में अपने किराए के मकान में रह रहे हैं।

ईसाई मिशनरियों को पकड़ा

आशुतोष आनंद ने आंध्रप्रदेश से प्रचार टीम को गढ़वा बुलाया है ताकि उनके अभियान को तेज किया जा सके। इस टीम में लगभग 60 सदस्य हैं, जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों को ईसाई धर्म के बारे में जागरूक करते हैं, पुस्तकें देते हैं और मतांतरित होने के लिए प्रेरित करते हैं। इनमें कुछ लोग नगर परिषद के आश्रय गृहों में रह रहे हैं और कुछ किराए के घरों में ठहरे हुए हैं।

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