जनार्दन सिंह की रिपोर्ट
प्रयागराज ; महाकुंभ 2025 के शुभारंभ को पीएम मोदी ने बताया – खास दिन। आज सोमवार 13 जनवरी पौष पूर्णिमा के शुरूआत के साथ ही 45 दिवसीय महाकुंभ 2025 के हुए शुभारंभ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खास दिन बताया है। पीएम मोदी ने संगम तट पर महाकुंभ 2025 के अमृत स्नान के पहले ही दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों की चहल-पहल पर हार्दिक प्रसन्नता जाहिर की है।
लंबी तैयारियों के बाद प्रयागराज में पौष पूर्णिमा पर महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो गई। दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन तीन पवित्र नदियों के संगम पर हो रहा है। इस धार्मिक आयोजन में देश-विदेश से करोड़ों की संख्या में लोग आ रहे हैं और पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ की प्राप्ति कर रहे हैं।
महाकुंभ 2025 के शुभारंभ पर यह बोले पीएम मोदी…
तीर्थराज कहे जाने वाले प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के भव्य एवं दिव्य शुभारंभ पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खासे आह्लादित हैं। पीएम मोदी ने महाकुंभ 2025 के पहले दिन उमड़े श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों के रेला को देखते हुए काफी खुशी जाहिर की।
पीएम मोदी ने कहा कि – ‘भारतीय मूल्यों और संस्कृति को संजोने वाले करोड़ों लोगों के लिए यह एक बहुत ही खास दिन है! महाकुंभ 2025 प्रयागराज में शुरू हो रहा है, जो आस्था, भक्ति और संस्कृति के पवित्र संगम में अनगिनत लोगों को एक साथ लाएगा। महाकुंभ भारत की कालातीत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है और आस्था और सद्भाव का उत्सव मनाता है…।
…मुझे प्रयागराज में अनगिनत लोगों की चहल-पहल देखकर बहुत खुशी हो रही है, जो पवित्र स्नान कर रहे हैं और आशीर्वाद ले रहे हैं। सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को शानदार प्रवास की शुभकामनाएं…।’

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी श्रद्धालुओं को दी महाकुंभ 2025 की शुभकामनाएं…
इससे पहले सोमवार की सुबह लगातार प्रयागराज के महाकुंभनगर में संगम तट पर जारी महाकुंभ 2025 के अमृत स्नान का अपडेट ले रहे रहे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों के पुण्य स्नान के शुभारंभ पर प्रसन्नता जाहिर की।
सीएम योगी ने बाकायदा अधिकारियों से पल-पल का अपडेट लिया और आम श्रद्धालुओं को कहीं किसी बिंदु पर कोई दिक्कत तो पेश नहीं आ रही, इस बारे में भी जानकारियां जुटाईं। फिर अपने बयान में सीएम योगी ने सभी श्रद्धालुओं को महाकुंभ 2025 की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि – ‘…पौष पूर्णिमा की बधाई। ….विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम ‘महाकुम्भ’ का आज से तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है। …अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए, आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है।
…माँ गंगा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें। …महाकुम्भ प्रयागराज के शुभारंभ एवं प्रथम स्नान की मंगलमय शुभकामनाएं।….सनातन गर्व-महाकुम्भ पर्व’।

महाकुंभ 2025 के पहले दिन सुबह साढ़े 9 बजे तक 60 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी…
इस बीच, प्रयागराज में संगम तट पर पौष पूर्णिमा की समायवधि ज्योंहि सोमवार की सुबह 5 बजे के बाद महाकुंभ 2025 शुरू होने के उद्घोष हुआ तो संगम तट पर भारी संख्या में जुटे देशी और विदेशी श्रद्धालुओं – तीर्थयात्रियों में गंगा, जमुना और सरस्वती नदियों के संगम स्थल पर पावन डुबकी लगाने का जोश देखते ही बन पड़ रहा था।
यूपी सरकार की ओर जारी बयान के मुताबिक, सोमवार को महाकुंभ 2025 के पहले दिन सुबह साढ़े 9 बजे तक करीब 60 श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगा ली है। इससे पहले सुबह साढ़े 7 बजे बज तक यह संख्या करीब 35 लाख आंकी गई थी। यूं तो सोमवार भोर 4:32 से स्नान का शुभ मुहूर्त था, लेकिन देश-देशांतर से आए श्रद्धालु आधी रात से ही स्नान करने लगे थे और यह कम जारी है ।
समाचार लिखे जाने तक लाखों लोग स्नान कर चुके हैं और सारे घाट श्रद्धालुओं से भरे हुए हैं। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं तड़के से ही संगम स्नान के लिए पहुंचने लगे। आस्था का ऐसा आलम था कि सिर पर गठरी का वजन भी उनके उत्साह को कम नहीं कर सका। संगम नोज, एरावत घाट और वीआईपी घाट समेत समस्त घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालु स्नान करते नजर आए। युवाओं ने इस पावन क्षण को कैमरे में कैद किया और सोशल मीडिया पर साझा किया।

सोमवार की सुबह पौष पूर्णिमा पर सुबह पांच बजे साधु-संतों के शंखध्वनि और उद्घोष के साथ ही महाकुंभनगर में संगम तट पर श्रद्धालुओं ने जैसे ही पवित्र मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाई तो आसपास हर-हर महादेव से जयकारों से गूंज उठा। अद्भुत पल था। विदेशों से पधारे तीर्थयात्री अविरल एकटक इस क्षण को निहारकर अपने नयनों से स्मृतिपटल पर संजो रहे थे।
शीतलहरों वाले बयार के बीच कड़ाके की सर्दी में संगम के शीतल जल में डुबकी लगाते श्रद्धालुओं का दृश्य देखते बन रहा था। जो भी इसे निहार रहा था – चाहे भारतवासी हो या विदेशी, वह यही कह रहा कि संगम पर यह सनातन का अद्भुत महासमागम है। इस बार युवाओं में सनातन संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति खासा उत्साह देखने को मिला। संगम स्नान और दान-पुण्य में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम तट पर पूजा-अर्चना और दान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। डुबकी लगाने वालों में न केवल पूर्वी और पश्चिमी यूपी के बल्कि उत्तराथखंड, बिहार, झारथखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, अंडमान-निकाबोरा, गुजरात, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, दिल्ली-एनसीआर, तमिलनाडु, केरल, हैदराबाद आदि के अलावा, रूस, यूक्रेन, ब्रिटेन, अमेरिका, न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया, इटली, बेल्जियम आदि से पधारे श्रद्धालु शामिल हैं।
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