डिजिटल डेस्क : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फरवरी में मिलेंगे पीएम मोदी, उससे पहले मिलेंगे इजरायल के पीएम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फरवरी में अमेरिका का दौरा कर सकते हैं। सोमवार को अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बात करने के बाद यह बात सामने आई है। खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इस बात खुलासा किया है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि – ‘दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्हाइट हाउस की यात्रा की योजनाओं पर चर्चा की। इससे हमारे देशों के बीच दोस्ती और रणनीतिक संबंध मजबूत होंगे’।
इसी क्रम में एक अहम जानकारी और भी सामने आई है कि पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से पहले इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका दौरे पर पहुंच रहे हैं और वह व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे।
अमेरिका : क्वाड नेताओं की पहली बार मेजबानी करेगा भारत
व्हाइट हाउस ने अपने बयान में यह भी कहा कि – ‘भारत इस साल के अंत में पहली बार क्वाड नेताओं की मेजबानी करेगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। दोनों नेताओं ने सहयोग को बढ़ाने और रिश्ते को गहरा करने पर चर्चा की। उन्होंने हिंद-प्रशांत, मध्य पूर्व और यूरोप में सुरक्षा सहित कई क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की।
…राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत द्वारा बनाए गए अमेरिका निर्मित सुरक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने और द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी और हिंद-प्रशांत क्वाड साझेदारी को आगे बढ़ाने पर प्रतिबद्धता जताई है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्हाइट हाउस यात्रा की योजनाओं पर चर्चा की गई’।
बता दें कि पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को दोबारा और अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने पर भी बधाई दी थी। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा था- ‘प्रिय मित्र डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में ऐतिहासिक शपथ ग्रहण पर बधाई।
…मैं एक बार फिर हमारे दोनों देशों के लाभ के लिए और दुनिया के लिए एक बेहतर भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करने को उत्सुक हूं। आपके सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं’। बता दें कि, डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत की ओर से विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर शामिल हुए थे।
अगले हफ्ते व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति से मिलेंगे इजरायली पीएम
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अगले हफ्ते व्हाइट हाउस में मुलाकात करने वाले हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप की किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष से यह पहली मुलाकात होगी। दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच यह मुलाकात ऐसे समय हो रही है, जब जॉर्डन और मिस्र में फिलिस्तीनी शरणार्थियों को बसाने की ट्रंप की योजना वैश्विक मंच पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
इजरायल के प्रधानमंत्री पहले विदेशी राष्ट्राध्यक्ष हैं, जिनसे राष्ट्रपति ट्रंप व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे। ट्रंप हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव से ही इजरायल का खुलकर समर्थन कर रहे हैं। वहीं, हाल ही में उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन के एक फैसले को भी पलट दिया था जिसमें इजरायल को 2,000 पाउंड के बम की आपूर्ति पर रोक लगा दी गई थी। इसके लिए नेतन्याहू ने ट्रंप को धन्यवाद भी दिया।
बम आपूर्ति कराने के वादे को पूरा करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप को नेतन्याहू ने जताया आभार…
बीते रविवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो जारी कर ट्रंप को बम आपूर्ति कराने के वादे को पूरा करने के लिए शुक्रिया कहा। इसमें उन्होंने कहा, ‘इजरायल को खुद की रक्षा करने और हमारे साझा दुश्मनों का सामना करने के लिए उपकरण मुहैया करने के अपने वादे को पूरा करने के लिए ट्रंप का धन्यवाद।’ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इजरायल के कई आदेशों पर रोक लगा दी गई थी जिन्हें जारी कर दिया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जॉर्डन, मिस्र और अन्य अरब देशों को गाजा पट्टी से फिलिस्तीनी शरणार्थियों को स्वीकार करना चाहिए ताकि पूरे क्षेत्र को साफ किया जा सके और हम कह सकें कि युद्ध खत्म हो गया है। उन्होंने प्रस्ताव दिया कि गाजा की 23 लाख आबादी में से अधिकांश का पुनर्वास अस्थायी या दीर्घकालिक हो सकता है। वहीं, अरब देशों ने इस तरह का दबाव बनाने का विरोध किया है।
वहीं, इसका विरोध करते हुए जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने कहा कि ट्रंप द्वारा प्रस्तावित विचार के प्रति उनके देश का विरोध दृढ़ और अटल है. युद्ध की शुरुआत में कुछ इजरायली अधिकारियों ने यह विचार उठाया था। जॉर्डन में पहले से ही 20 लाख से अधिक फिलिस्तीनी शरणार्थी रह रहे हैं। वहीं, ट्रंप और नेतन्याहू के बीच होने वाली बैठक में इन तमाम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।