लातेहारः बालूमाथ थाना क्षेत्र के शिबला पोस्ट के राजगुरु गांव के रहने वाले जयराम कुमार 6 दिनों से लापता है। जयराम सहायक पुलिसकर्मी के पद पर बालूमाथ थाना में कार्यरत थे। रविवार को जयराम अपने घर आया था। सोमवार की सुबह थाना से जयराम को फोन कर बुलाया गया। सोमवार को सुबह 7 बजे जयराम अपने घर राजगुरु से थाना के लिए निकला परंतु लगभग 1 बजे जयराम अपने भाई के पास रोते हुए फोन किया कि मुझे ठीक नहीं लग रहा है और वह बताया कि मैं कंचन मिश्रा मैडम के यहां हूं।
जयराम ने खुद फोन कर बुलाया
जयराम का भाई मैडम कंचन मिश्रा के यहां जाने के लिए निकला तो इसी बीच 1:18 बजे में जयराम के द्वारा TEXT मैसेज किया गया कि यहां मत आना। श्रीराम लगभग 2ः30 बजे उसका भाई मैडम के घर पहुंचा, वहां अपने भाई को नहीं देखा, जबकि जयराम का बैग मैडम के घर में ही पड़ा था। अपने भाई के बारे में जानकारी मांगा तो मैडम बोली मैं नहीं जानती हूं। जयराम के मोबाइल में फोन लगाना शुरू किया। मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा। इसी समय से मैडम के मोबाइल भी बंद हो गया, जिसकी सूचना तुरंत स्थानीय थाना को दिया गया तथा परिजनों के द्वारा खोजबीन जारी की गई परंतु कोई सुराग नहीं मिला।
घटना के अगले दिन सुबह पुलिस प्रशासन एवं परिजन खोजबीन कर रहे थे तो मैडम के घर के ठीक सामने से लगभग आधा किलोमीटर पीसीसी सड़क चतरा रांची मुख्य पथ तक खून की बूंदे की लगातार गिरा हुआ मिला। जिससे जयराम की हत्या का आशंका परिजनों के बीच बढ़ गया। इसी दिन मंगलवार के शाम में स्थानीय थाना के चौकीदार जितेंद्र कुमार ने बताया कि मंगलवार की सुबह में जयराम से बात किया हूं और उसे ब्लॉक से थोड़ा आगे पैदल जाते हुए देखा हूं।
चौकीदार के बयान पर दिन बुधवार के संध्या में स्थानीय थाना प्रभारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सहित परिजन देखे गए स्थान का निरीक्षण करने गए। निरीक्षण के क्रम में पता चला कि उसे जिस जगह पर देखा गया उससे पहले सीसीटीवी कैमरा भी लगा हुआ है। परंतु सीसीटीवी फुटेज में जयराम तथा चौकीदार कैद नहीं है। अब 6 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन खोजबीन करने में असफल रही है जिससे परिजनों का धैर्य दिन प्रतिदिन टूटते जा रहा है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है।
कौन है कंचन मिश्रा
कंचन मिश्रा नामक एक महिला बालूमाथ की एक प्राइवेट स्कूल की शिक्षिका है जिसके साथ जय राम का परिचय एक दो वर्षों से था। घटना के दिन जयराम एवं कंचन मिश्रा के बीच मोबाइल से संपर्क किया गया है। दोपहर के मोबाइल लोकेशन से पता चला है कि दोपहर 1:30 बजे तक जय राम कंचन मिश्रा के घर के पास ही था। जय राम भी मैडम के घर में होने का बात बताया था। पुलिस के सामने कंचन मिश्रा जयराम के कई व्यक्तिगत जानकारी बताई है। अचानक से कंचन मिश्रा के घर से गायब हो जाना कई प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है।
चौकीदार का बयान लाया नया मोड़
चौकीदार बताता है कि घटना के दूसरे दिन सुबह 8 से 9 बजे के बीच मैं जयराम को बालूमाथ की ओर से चंदवा की तरफ जाते देखा था। मैंने जयराम को आवाज दिया जयराम तुरंत चंदवा की तरफ से आ रहे मोटरसाइकिल में सवार होकर बालूमाथ थाना की ओर आ गया परंतु सीसीटीवी फुटेज में ना ही जयराम का और ना हीं चौकीदार का फुटेज आ रहा है जिससे चौकीदार के बयान की सत्यता पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा हो रहा है। अब जयराम के परिजन चौकीदार की भूमिका पर संदेह एवम आशंका जता रहे है।
परिजनों का कहना है कि अगर चौकीदार जितेंद्र कुमार ने जयराम को सुबह 8 से 9 बजे के बीच देखा तो तुरंत पुलिस प्रशासन को खबर क्यों नहीं किया। अगर चौकीदार जय राम को पैदल जाते हुए देखा तो सीसीटीवी फुटेज में जयराम क्यों नहीं दिख रहा। परिजन पुलिस अधीक्षक लातेहार से भी जयराम के गुमशदगी में शामिल षड्यंत्रकारियों का खुलासा करने की गुहार लगा रहे है। 6 दिन बीत जाने से परिजनों के द्वारा हत्या एवं अपहरण करने में चौकीदार एवं कंचन मिश्रा उनके पति एवं लड़का के शामिल होने की आशंका व्यक्त कर रहे हैं।