जीतनराम मांझी के बयान पर भड़के बिहार के ब्राह्मण, कोर्ट में परिवाद दायर

दरभंगा

जीतन राम मांझी के बयान पर भड़के बीजेपी विधायक मुरारी मोहन झा, मांझी पर प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग, समाज मे जातीय सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाते NDA गठबंधन से भी बाहर करने की कहि बात, मांझी से मांगा इस्तीफा अपने जात के वोट से चुनाव जीतने की दी चुनौती, कहा अगर मांझी जीत गए तो खुद हम दे देंगे विधायक पद से इस्तीफा ,

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बयान पर बीजेपी विधायक मुरारी मोहन झा भड़के हुए हैं. उन्होंने इस बयान को लेकर मांझी पर अमर्यादित और समाज  में जातीय सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया है. उन्होंने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग करते हुए उन्हें एनडीए गठबंधन से बाहर करने की बात कही है. मुरारी मोहन ने मांझी से इस्तीफा की मांग करते हुए अपने जाति के वोट से जीतने की चुनौती दी है. उहोंने कहा कि अगर मांझी जीए गए, तो वो विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे.

भगवान सत्यनारायण की पूजा और ब्राह्मण पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के बयान से ब्राह्मण समुदाय नाराज है. वहीं जीतनराम मांझी पर ताबड़तोड़ बयानों के तीर भी चल रहे हैं. NDA गठबंधन में सबसे बड़े पार्टी बीजेपी के विधायक भी अब मांझी के खिलाफ खुल कर बोलने लगे हैं और उन्हें NDA गठबंधन से बाहर करने के साथ-साथ मांझी पर प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की है. ऐसे में यह भी सवाल उठने लगा है कि क्या NDA गठबंधन में इस मामले में क्या निर्णय लेती है?

दरभंगा के केवटी विधानसभा से बीजेपी के विधायक मुरारी मोहन झा ने जीतनराम मांझी ने पलटवार किया है. जीतनराम मांझी को NDA गठबंधन से बाहर निकालने की वकालत करते हुए, उनके विरूद्ध तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की है.  मुरारी मोहन झा यही नहीं रूके, बल्कि समाज मे जातीय सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए, इन्हें समाज से अलग-थलग करने की पैरवी की है. बीजेपी विधायक मुरारी मोहन झा ने मांझी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जाती के आधार पर वे राजनीति करते हैं, उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि मांझी सिर्फ अपने जाती के वोट से चुनाव जीत कर दिखा दें, तो वे खुद विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे. जीतनराम मांझी पर सिर्फ अपने परिवार और बेटे के लिए राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोगों को राजनीति में कहीं जगह नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि आखिर कैसे नीतीश कुमार ऐसे लोगों को मुख्यमंत्री बना दिया, जिसकी सोच इतनी घृणित है. उन्होंने जीतन राम मांझी से भी इस्तीफे की मांग कर की है.

मधुबनी

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के ब्राम्हण समाज के खिलाफ अमर्यादित बयान को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मांझी के पंडित यानी ब्राह्मण समाज को गाली देने का मामला अब तूल पकड़ते जा रहा है. भाजपा नेता गजेंद्र झा ने कहा कि जीतन राम मांझी के जीभ काटने वाले को 11 लाख का इनाम दिया जाएगा, साथ ही जिंदगी भर उसका भरण-पोषण किया जाएगा. मधुबनी में भी ब्राह्मण समाज के लोगो मे काफी नाराजगी देखने को मिल रही है. भाजपा नेता रोहित झा ने मांझी के बयान पर आक्रोश जताया है. वहीं मधुबनी स्टेशन चौक पर सवर्ण मोर्चा ने मांझी का पुतला फूंका है. एनडीए में शामिल घटक दल ने ही मांझी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनके इस बयान का विरोध कर रहे हैं.

गोपालगंज

इस मामले को लेकर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय किशोर मणि त्रिपाठी ने जीतन राम मांझी के खिलाफ सिविल कोर्ट में परिवाद दायर कर कार्रवाई की मांग की है. दायर परिवाद में कहा गया है कि जीतन राम मांझी का बयान अमर्यादित है और सनातन धर्म पर कुठाराघात है. साथ ही ब्राह्मण समाज को गाली देना ब्राह्मण समाज कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता. वही नगर थाना में भी उपमन्यु उपाध्याय ने जीतन राम मांझी विरूद्ध आवेदन देकर मामला दर्ज कराया है।

रिपोर्ट- रवि झा, अमर सिन्हा, आशुतोष 

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