पटना : बिहार में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे बिहार में सियासी पारा चढ़ रहा है। साथ ही राजधानी पटना में पोस्टर के द्वारा बयानबाजी किया जा रहा है। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कार्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ता की ओर से बड़ा सा पोस्टर लगाया गया है। राजद की तरफ से पोस्टर के जरिए नीतीश सरकार पर हमला बोला है। यह पोस्टर भ्रष्टाचार को लेकर है। दरअसल, बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र के दौरान सीएजी रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया कि 70 हजार करोड़ रुपए का हिसाब नहीं मिल रहा है। जिसके बाद सवाल उठने लगा कि क्या बिहार में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है।
RJD ने सराकर पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
कैग रिपोर्ट सामने आने के बाद राजद ने बिहार सराकर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पटना में पोस्टर लगा दिया है। इस पोस्टर में सृजन घोटाले का भी जिक्र किया गया है। पोस्टर में लिखा गया है कि सृजन घोटाले के बाद अब महा घोटाला 70 हजार करोड़ रुपए का हुआ है। इस पोस्टर को राजद प्रदेश कार्यालय के बाहर लगाया गया है, जिसमें कहा गया है कि 70 हजार रुपए का हिसाब नहीं मिलना महाघोटाला है, इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए।
बिहार की जो कुल GDP है, उसके 8.5 फीसदी हिस्से का ये महाघोटाला है – RJD
इस पोस्टर में लिखा गया है कि बिहार की जो कुल जीडीपी है, उसके 8.5 फीसदी हिस्से का ये महाघोटाला है। जिन विभागों से जुड़ी यह पूरी रकम है उसका भी जिक्र इस पोस्टर में किया गया है। पंचायती राज विभाग में 28 हजार 154 करोड़ तो शिक्षा विभाग में 12 हजार 623 करोड़ है। वहीं पोस्टर में नगर विकास विभाग के 11 हजार 65 करोड़ तो ग्रामीण विकास विभाग के 7800 करोड़ कहां गए यह सवाल पूछे जा रहे हैं। कृषि विभाग के 2,107 करोड़ कहां है, यह पोस्ट में पूछा गया है। राजद ने पोस्टर के माध्यम से बिहार सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि पूरी सरकार कर्ज पर चल रही है। पोस्टर में लिखा गया है कि बिहार पर 12 से 34 फीसदी कर्ज बढ़ा है। सरकार कर्ज में तो है ही साथ ही साथ भ्रष्टाचार में भी लिप्त है। कैग की रिपोर्ट के सामने आने के बाद अब राजद ने नीतीश सरकार को भ्रष्टाचार पर घेरना शुरू कर दिया है।
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RJD के पोस्टर पर JDU का पलटवार
राजद के इस पोस्टर पर जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने पलटवार किया है। जदयू प्रवक्ता व एमएलसी नीरज कुमार ने कहा है कि सृजन घोटाले की बात यह लोग कर रहे हैं। सृजन घोटाला जब हुआ उस समय मुख्यमंत्री राबड़ी देवी थी। मेरे पास इससे जुड़े कागजात भी हैं। भ्रष्टाचार मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव को पहले ही तेजस्वी यादव ने राजनीतिक तौर पर नजरबंद कर दिया है। अब सृजन घोटाला का जिक्र कर क्या वी अपनी मां को भी नजरबंद करना चाहते हैं। नीरज का कहना है कि नीतीश सरकार में भ्रष्टाचार हो ही नहीं सकता। जिस कैग रिपोर्ट की बात राजद के लोग कर रहे हैं उस कमिटी के अध्यक्ष तो नेता प्रतिपक्ष होते हैं। ऐसे में तेजस्वी पर ही सवाल राजद खड़े कर रहा है।

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विवेक रंजन की रिपोर्ट
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