दानापुर (पटना) : एक तरफ जहां सुशासन बाबू की सरकार है वहीं दूसरी तरफ मोबाइल की रोशनी में
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बीए की परीक्षा हो रही है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
मामला बिहटा के कन्हौली गांव स्थित बांसरोपण राम बहादुर सिंह यादव कॉलेज की है.
जहां स्नातक के चल रहे एग्जाम में छात्र- छात्राओं ने मोबाइल की रोशनी में 2 घंटे तक एग्जाम दिया.
साथ ही खुलेआम शिक्षकों के सामने कदाचार एग्जाम देते रहे.
शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में देखा जा रहा है कि
सैकड़ों छात्र-छात्राएं एक कक्षा रूम में मोबाइल की रोशनी में बड़े ही आसानी से गेस पेपर को खोल कर एग्जाम देते हुए नजर आये.

परीक्षा हॉल में नहीं थी बिजली
दरअसल पाटलिपुत्र विश्विद्यालय के छात्रों की पार्ट 1 और पार्ट 2 की परीक्षा चल रही है. और परीक्षार्थियों का यहां पर सेंटर पड़ा है. जिसमें छात्र-छात्राएं परीक्षा दे रहे हैं. लेकिन बिजली खराब होने की वजह से 21 जुलाई को परीक्षा हॉल में अंधेरा छाया था और परीक्षा शुरू होने तक बिजली ठीक नहीं कराई गई ना ही वैकल्पिक इंतजाम किए गए, ऐसे में बच्चों ने मजबूरन मोबाइल के टॉर्च जलाकर परीक्षा दिया. कमरे में तकरीबन 100 से ज्यादा परीक्षार्थी मौजूद थे, जहां सभी ने टॉर्च जलाकर प्रश्न पत्र को हल करने का काम किया. अब वायरल वीडियो होने के बाद शिक्षकों में हड़कंप मच गया है.
परीक्षा में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर है प्रतिबंध
परीक्षार्थियों की मानें तो इस सेंटर पर जहां छत से पानी टपकता है वहीं बैठने के लिए सही से बेंच डेस्क तक नहीं है, बावजूद इस केंद्र पर परीक्षा ली जा रही है. अब सवाल उठता है कि परीक्षा हॉल में जब मोबाइल फोन ले जाना वर्जित है और किसी प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक गैजेट पर प्रतिबंध है तो फिर ये नौबत क्यों आई कि बच्चों को मोबाइल के टॉर्च जलाकर परीक्षा देनी पड़ी. इसको लेकर विश्विद्यालय प्रशासन के तरफ से अब तक कोई इंतजाम नहीं किया गया है और अब किसी तरह जेनरेटर चलाकर परीक्षा तो ली जा रही है लेकिन अब भी कुव्यवस्था का सेंटर पर आलम बरकरार है.
रिपोर्ट: गौरव कुमार